मंझनपुर तहसील में लेखपालों का धरना, वेतन–पदोन्नति से लेकर पेंशन सुधार तक एकमुश्त मांगों पर सरकार से जल्द निर्णय की अपील
News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: मंझनपुर तहसील परिसर में शनिवार को लेखपालों ने अपनी सभी प्रमुख मांगों को एकजुट स्वर में उठाते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। सुबह 10 बजे से ही तहसील परिसर में बड़ी संख्या में लेखपाल एकत्र हुए और सरकार से लंबित समस्याओं पर त्वरित समाधान की मांग की। लेखपालों ने कहा कि सालों से लंबित विसंगतियों को अब और अनदेखा नहीं किया जा सकता।
धरने में मौजूद लेखपालों ने अपनी मांगों को एक सूत्र में रखते हुए बताया कि—
ग्रेड पे 2800 की स्वीकृति, पदोन्नति के अवसरों में वृद्धि, एसीपी विसंगति का निस्तारण, विभिन्न भत्तों में वृद्धि, पदनाम परिवर्तन, अंतर्मण्डल स्थानांतरण की सुविधा, पेंशन में मौजूद विसंगतियों का समाधान, तथा राजस्व सहायक एवं राजस्व चौकी समय से जुड़ी व्यवस्थाओं को एक समान एवं स्पष्ट किए जाने की आवश्यकता अत्यंत महत्वपूर्ण है।
लेखपालों ने कहा कि वर्तमान कार्यप्रणाली में राजस्व कर्मियों पर अत्यधिक फील्ड वर्क, विवादों के निस्तारण का बढ़ता बोझ और तकनीकी कार्यों की जिम्मेदारियाँ लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन सुविधाएं और पदोन्नति संरचना उसी अनुपात में नहीं बढ़ी। इस कारण कार्यप्रणाली प्रभावित होती है और कर्मचारियों में असंतोष पनप रहा है।
धरना स्थल पर लेखपालों ने कहा कि यह आंदोलन किसी व्यक्ति विशेष का नहीं, बल्कि पूरे संवर्ग के सम्मान, अधिकारों और भविष्य की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार शीघ्र सकारात्मक निर्णय नहीं लेती है तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।
मंझनपुर तहसील क्षेत्र से आए लेखपालों ने एक स्वर में कहा कि शासन स्तर पर बार-बार पत्राचार और ज्ञापन देने के बावजूद अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए अब मजबूरन आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा है।