पौत्र के जन्म पर दादा का अनोखा उपहार — रावजी को भेंट की नई होंडा शाइन, पोथी में दर्ज हुई पुण्य परंपरा
पौत्र के जन्म पर दादा का अनोखा उपहार — रावजी को भेंट की नई होंडा शाइन, पोथी में दर्ज हुई पुण्य परंपरा
राजू पटेल कसरावद(खरगोन)
खुशियों के अवसर को सेवा और संस्कार में बदलने का सुंदर उदाहरण ग्राम काछीपूरा में देखने को मिला।यहां के निवासी मनोहर पटेल अध्यापक ने अपने सुपुत्र संदीप पटेल के बेटे और उनके पौत्र एकाक्ष के जन्म उपलक्ष्य में धर्मपरंपरा और वंश परंपरा दोनों का सम्मान करते हुए एक प्रेरणादायक कदम उठाया।
मनोहर पटेल ने रावजी रोडसिंह गिरिराज सिंह (हमीरगढ़, जिला भीलवाड़ा) एवं लक्ष्मण सिंह (बांस खेड़ी, जिला मंदसौर) को पोथी में नाम लिखवाकर आशीर्वाद स्वरूप नई होंडा शाइन SP 125 CC मोटरसाइकिल दान स्वरूप भेंट की।
उन्होंने कहा कि पौत्र का जन्म हमारे लिए ईश्वर का वरदान है। पोथी में नाम दर्ज करवाना वंश की पहचान और परंपरा का सम्मान है। हमने इस आनंद को सेवा और दान से जोड़कर और भी पवित्र बना दिया।
*पोथी लेखन — भारतीय वंश परंपरा की जीवंत धरोहर*
भारत में पोथी लेखन या वंशावली लेखन एक प्राचीन परंपरा है जिसके माध्यम से परिवारों की पीढ़ियों का इतिहास सुरक्षित रखा जाता है,रावजी जैसे वंशावली लेखक पीढ़ियों से यह कार्य कर रहे हैं। परिवारों के नाम पोथी में दर्ज होने का अर्थ है कि वह वंश उस गौरवशाली परंपरा का हिस्सा बन गया है,यह केवल नाम लेखन नहीं, बल्कि संस्कार, आस्था और अपनी जड़ों से जुड़ाव का प्रतीक है।
*समाज में मिली सराहना*
मनोहर पटेल के इस कार्य की क्षेत्रभर में सराहना की जा रही है। लोगों ने कहा कि यह न केवल खुशी मनाने का सुंदर तरीका है, बल्कि समाज में दान, संस्कार और परंपरा के प्रति जागरूकता का संदेश भी देता है।