हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
*कौशाम्बी: राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के अवसर पर महिला थाना कौशांबी में दिन रविवार को एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित जनमानस को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) की भूमिका एवं उनके माध्यम से मिलने वाली निःशुल्क कानूनी सहायता के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई महिला थानाध्यक्ष श्रीमती नीलम राघव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय की पहुँच सुनिश्चित करना ही विधिक सेवा दिवस का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि गरीब, असहाय, दिव्यांग, महिलाएँ और बच्चे जिन्हें न्याय प्राप्त करने में कठिनाई होती है, उन्हें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सदस्य कृष्णा कपूर ने उपस्थित महिलाओं को जागरूक करते हुए बताया कि राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 15100 पर कॉल करके कोई भी व्यक्ति मुफ्त कानूनी सलाह प्राप्त कर सकता है। उन्होंने महिला अधिकार, घरेलू हिंसा अधिनियम, बाल विवाह निषेध कानून और महिला सुरक्षा से संबंधित अन्य कानूनी प्रावधानों पर विस्तार से जानकारी दी।इस मौके पर महिला कांस्टेबलों ने जनसामान्य को अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करते हुए विधिक साक्षरता बढ़ाने का आह्वान किया। कई फरियादी महिलाएँ जो अपने प्रार्थना पत्र लेकर थाने पहुँची थीं, उनकी समस्याओं की सुनवाई की गई और आवश्यक कानूनी सहायता प्रदान की गई।कार्यक्रम में पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, सामाजिक कार्यकर्ता, अधिवक्ता, महिला कांस्टेबल तथा स्थानीय महिलाएँ बड़ी संख्या में मौजूद रहीं। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।