फोरलेन नहीं, ‘मौत का ट्रैक’ बनी सड़क — सराय अकिल थाना प्रभारी ने संभाला मोर्चा, लापरवाह ठेकेदार पर कार्रवाई की उठी मांग
News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: प्रयागराज एयरपोर्ट से बौद्ध स्थल कौशांबी तक बनने वाली फोरलेन सड़क का निर्माण वर्ष 2024 तक पूरा कर हैंडओवर किया जाना था, परंतु निर्माण एजेंसी छात्र शक्ति इंफ्रा लिमिटेड की भारी लापरवाही और घटिया कार्यशैली के चलते यह मार्ग अब “गढ्ढा लेन” बन चुका है।
सड़क पर जगह-जगह बने गहरे गढ्ढे राहगीरों और वाहन चालकों की जान के लिए खतरा बन गए हैं। आए दिन जाम और दुर्घटनाओं की स्थिति बनी रहती है। हालात इतने खराब हैं कि अब पुलिस प्रशासन तक परेशान है।
लगातार लगने वाले जाम और अतिक्रमण की समस्या से निपटने के लिए थाना सराय अकिल प्रभारी निरीक्षक वीर प्रताप सिंह ने मोर्चा संभाला है। उनकी सक्रियता से सड़क किनारे अवैध कब्जों और अतिक्रमण पर अभियान चलाया गया। कई स्थानों से अतिक्रमण हटवाकर राहगीरों को राहत दी गई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण कंपनी की लापरवाही के कारण यह सड़क “फोरलेन नहीं, मौत का ट्रैक” बन गई है। उन्होंने जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग से छात्र शक्ति इंफ्रा लिमिटेड के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
जनता का सवाल साफ है — “जब सड़क 2024 में हैंडओवर होनी थी, तो अब तक कंपनी और उसके जिम्मेदार इंजीनियरों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई?”
लोगों ने थाना प्रभारी वीर प्रताप सिंह की सक्रियता की खुले शब्दों में सराहना की और कहा कि पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी से कम से कम जाम और अव्यवस्था से राहत मिली है।
स्थानीय निवासियों की चेतावनी – “अगर लापरवाही पर जल्द लगाम नहीं लगी, तो फोरलेन सड़क सच में बन जाएगी ‘मौत का रास्ता’।”
जनता से अपील:
सड़क पर चलते समय गति नियंत्रित रखें, गढ्ढों और अतिक्रमण वाले हिस्सों में सावधानी बरतें। प्रशासन से भी अनुरोध है कि इस सड़क को जल्द सुरक्षित बनाया जाए, ताकि कोई और जान न जाए।