विश्व पत्रकार महासंघ ने पत्रकार की हुई हत्या पर डीएम प्रयागराज के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
News By- नितिन केसरवानी
पत्रकार सुरक्षा कानून और श्रमजीवी पत्रकार अधिनियम बनाने की उठी मांग
प्रयागराज: पत्रकार हत्याकांड मामले में विश्व पत्रकार महासंघ के पत्रकार साथी राष्ट्रीय महासचिव गीता शुक्ला,प्रदेश अध्यक्ष शिव शंकर त्रिपाठी और प्रदेश महासचिव सुनील साहू, प्रदेश प्रवक्ता सुरेश सिंह के नेतृत्व डीएम मनीष वर्मा वर्मा से मिले।इस मौके पर राष्ट्रीय महासचिव गीता शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष शिव शंकर त्रिपाठी ,प्रदेश महासचिव सुनील साहू ,प्रदेश प्रवक्ता सुरेश सिंह, मंडल प्रयागराज अध्यक्ष अमर सिंह,जिला अध्यक्ष कौशांबी प्रदीप कुशवाहा,जिला अध्यक्ष प्रयागराज कुलदीप सिंह खालसा व वरिष्ठ पत्रकार श्याम पाल, बलराम साहू,रीना जायसवाल,रामू कुमार प्रजापति, सोमराज स्वर्णकार, आर.के. राठौर अभिनव कुमार मिश्रा, राकेश दिवाकर, राजेश कुमार अनूप केशरवानी आदि तमाम पत्रकार मौजूद रहे।पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर विश्व पत्रकार महासंघ का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार 28 अक्टूबर को जिलाधिकारी मनीष वर्मा से मिलकर ज्ञापन सौंपा।
पप्पू सिंह मामले में दोषी लोगों को जल्द सजा मिले, पत्रकारों की सुरक्षा व्यवस्था की जाए। पत्रकारों के विवाद में जल्द निपटारा हो। मृतक पप्पू सिंह के परिवार को ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहायता मिले। उनके बच्चों के भविष्य के लिए मदद मिले। जिलाधिकारी ने कई सहायता और बच्चों की पढ़ाई के लिए व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है।
ज्ञापन देने से पहले प्रयागराज के सर्किट हाउस में विश्व पत्रकार महासंघ के पदाधिकारियों ने एक बैठक आयोजित कर पत्रकारों के हित में तमाम चर्चाएं की गई। और पत्रकारों पर लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं और हाल ही में मीडिया कर्मी लक्ष्मी नारायण सिंह उर्फ पप्पू की निर्मम हत्या से आहत पत्रकारों ने महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा प्रयागराज के माध्यम से सौंपा गया। विश्व पत्रकार महासंघ के प्रतिनिधियों ने ज्ञापन में कहा कि धूमनगंज थाना क्षेत्र के शकुंतला कुंज कॉलोनी निवासी पत्रकार लक्ष्मी नारायण सिंह की 23 अक्टूबर 2025 की चाकुओं से गोदकर की गई निर्मम हत्या से पत्रकार जगत स्तब्ध और भयभीत है। जिसकी विश्व पत्रकार महासंघ ने घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इसे पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर हमला बताया।महासंघ के पदाधिकारियों ने महामहिम राज्यपाल से मांग की कि मृतक पत्रकार के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए, साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व सुरक्षा व्यवस्था प्रदान की जाए ताकि उनके आश्रितों का जीवनयापन सुचारू रूप से चल सके।
बैठक में पत्रकार सुरक्षा कानून और श्रमजीवी पत्रकार अधिनियम बनाने की मांग उठी।इसके अलावा, संगठन ने इस जघन्य हत्या की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि घटना के रहस्य का पूरी तरह से पर्दाफाश किया जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। पत्रकारों ने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून का बनना अब बेहद जरूरी हो गया है, ताकि पत्रकार बिना भय और दबाव के स्वतंत्र रूप से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें।
विश्व पत्रकार महासंघ ने राज्यपाल से अपील की कि पत्रकारों की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाएं जाए और प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून को जल्द से जल्द लागू किया जाए।