News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: जिले के मोहब्बतपुर पइंसा थाना के पइंसा गांव की एक महिला ने पिता से फिरौती वसूलने के लिए अपने ही 10 वर्षीय बेटे के अपहरण की कहानी रच डाली। उसने मायके में दरवाजे पर एक पत्र फेंका। इसमें फिरौती की मांग किया। मांगी गई रकम नहीं दिए जाने पर अपहरण बच्चे की हत्या की धमकी दिया। प्रकरण की जानकारी मिलने के बाद हरकत में आई पुलिस ने बालक को उसके घर से ही बरामद कर लिया गया है। मामले में षडयंत्रकारी महिला के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
मोहब्बतपुर पइंसा निवासी मोहम्मद वसीम पिछले छह सालों से सऊदी अरब में रहता है। घर पर उसकी पत्नी शाहीन 10 वर्षीय बेटे अर्शलान के साथ रहती है। अर्शलान अपने ननिहाल इलाके के ही पहाड़पुर गया था। वहां से संदिग्ध दशा में लापता हो गया। इस पर मां शाहीन ने स्थानीय थाने पर अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। अगवा बच्चे का नाना शम्स उद्दीन थाना पहुंचा और बताया कि उसके दरवाजे पर एक पत्र पड़ा मिला है, जिसमें लिखा है कि एक लाख रुपया नहीं दिया गया तो बच्चे की हत्या कर दी जाएगी। अपहरण व फिरौती का मामला सामने आते ही मोहब्बत पुर पइंसा पुलिस हरकत में आ गई।
इंस्पेक्टर रोशनलाल पुलिस टीम के साथ खोजबीन करते हुए बच्चे के घर पहुंचे। घर पर ताला लटक रहा था, लेकिन भीतर से किसी के सिसकने की आवाज आ रही थी। इस पर पुलिस मकान का ताला तोड़कर भीतर दाखिल हुई। इंस्पेक्टर रोशन लाल के मुताबिक बच्चा मकान के भीतर ही मौजूद था। अर्श लान से पूछने पर उसने बताया कि उसको मां ने बंद कर दिया था। कहा था कि नाना से रुपये लेने हैं, इसलिए कहीं भी बाहर नहीं जाना। इंस्पेक्टर का साफ कहना है कि महिला ने अपने पिता से फिरौती के नाम पर एक लाख रुपया लेने के लिए बच्चे का अपहरण होने की झूठी कहानी रची थी। उसी ने पत्र भी मायके में दरवाजे पर फेंका था।
तलाश में जुटी रही महिला
बच्चे को घर में बंद करने के बाद महिला खोजबीन के नाम पर रिश्तेदारियों में घूमती रही। रात को घर पहुंची थी और फिर बुधवार की भोर ही दोबारा घर से चली गई। पुलिस ने उसे एक रिश्तेदार के यहां से गिरफ्तार किया है।
सदमे में है बालक, अस्प्ताल में करवाया गया भर्ती
मोहब्बतपुर पइंसा के ग्राम प्रधान मोहम्मद रियाज ने बताया कि बच्चा कई घंटे तक अपने मकान के भीतर कैद था। हालांकि, उसके खाने-पीने की व्यवस्था की गई थी। फिर भी बंद रहने के कारण वह सदमे में आ गया है। बरामदगी के बाद पुलिस ने बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया है। उसे किसे सुपुर्द करना है इस पर राय ली जा रही है। क्योंकि, मां का तो अब चालान हो गया है।
पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि संदिग्ध दशा में लापता बालक बरामद कर लिया गया है। अपने पिता से फिरौती मायके वालों को फंसाने के लिए उसकी मां ने ही अपहरण की कहानी गढ़ी थी। मुकदमा कायम कर आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। लिखापढ़ी के बाद उसका चालान कर दिया गया है।