कौशांबी में यातायात व्यवस्था को मिलेगा हाई-टेक सुरक्षा कवच, एसपी राजेश कुमार की पहल पर अब कैमरा करेंगे निगरानी, तकनीक थामेगी रफ्तार
News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशांबी: पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार के निर्देशन में जिले की यातायात व्यवस्था को स्मार्ट और तकनीकी रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए सोमवार को एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया।परिवहन आयुक्त, उत्तर प्रदेश लखनऊ को भेजे गए इस संयुक्त प्रस्ताव पत्र पर तीन वरिष्ठ अधिकारियों के हस्ताक्षर हैं ,ए.आर.टी.ओ. (प्रवर्तन) तारकेश्वर मल्ल ,अधिशासी अभियंता (लोक निर्माण विभाग–प्रांतीय खंड) हरवंश सिंह,क्षेत्राधिकारी यातायात कौशांबी जनेश्वर प्रसाद पांडेय
इन अधिकारियों ने जनपद के 21 प्रमुख चौराहों/तिराहों — जैसे मंझनपुर, समदा, सराय अकिल, सैनी, करारी आदि पर स्पीड कैमरे और ANPR कैमरे, तथा 16 स्थानों पर RLVD (Red Light Violation Detection) कैमरे लगाने का प्रस्ताव भेजा है।
इन अत्याधुनिक कैमरों से जिले की ट्रैफिक व्यवस्था को नई दिशा मिलेगी।
स्पीड कैमरे वाहनों की गति को स्वतः डिटेक्ट करेंगे और ओवर-स्पीड वाहनों पर ऑटोमेटिक चालान होगा।
ANPR कैमरे नंबर प्लेट पहचानने में सक्षम होंगे, जिससे बिना हेलमेट, ट्रिपल सवारी, डिफेक्टिव नंबर प्लेट, या स्टॉप लाइन उल्लंघन करने वालों पर तुरंत कार्रवाई हो सकेगी।
RLVD कैमरे रेड लाइट पार करने वाले वाहनों को स्वतः रिकॉर्ड कर चालान जारी करेंगे।
क्षेत्राधिकारी यातायात जनेश्वर प्रसाद पांडेय ने बताया कि इस प्रणाली से जनपद में सड़क अनुशासन की एक नई परंपरा शुरू होगी। जब चालान कैमरा करेगा, तब नियम तोड़ने की हिम्मत कम होगी।
ए.आर.टी.ओ. तारकेश्वर मल्ल ने कहा कि यह तकनीकी व्यवस्था केवल चालान तक सीमित नहीं, बल्कि सड़क पर हर जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास है। वहीं अधिशासी अभियंता हरवंश सिंह ने बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा सभी चिन्हित स्थलों का तकनीकी सर्वेक्षण पूरा कर रिपोर्ट परिवहन आयुक्त कार्यालय को भेज दी गई है।
एसपी राजेश कुमार के निर्देशन में तैयार यह पहल कौशांबी को उत्तर प्रदेश के स्मार्ट ट्रैफिक जिलों की श्रेणी में लाने की दिशा में बड़ा कदम है। यह योजना लागू होते ही कौशांबी की सड़कें न केवल नियमबद्ध होंगी, बल्कि हर वाहनचालक के मन में कैमरे की आंख और कानून का अनुशासन दोनों साथ चलेंगे। कौशांबी पुलिस की इस सोच ने स्पष्ट संदेश दिया है अब रफ्तार पर लगाम तकनीक लगाएगी, और सड़कें होंगी सुरक्षित, अनुशासित और जीवनदायी।