डीएम ने चाँद खमरिया कृष्ण मृग संरक्षण क्षेत्र का किया निरीक्षण, संचालित व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए दिया सुधार के लिए संबंधितों को दिए निर्देश
News By- नितिन केसरवानी
*मृग संरक्षण क्षेत्र को ईको टूरिज्म क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए बनाए योजना*
*स्थानीय लोगों को ब्लैक बकों के संरक्षण के लिए सहभागिता करने एवं ईको टूरिज्म क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए किया प्रोत्साहित*
प्रयागराज: जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने शनिवार को डीएफओ अरविंद कुमार यादव के साथ मेजा तहसील स्थित चाँद खमरिया कृष्ण मृग संरक्षण क्षेत्र का निरीक्षण कर वहां पर उनके लिये उपलब्ध व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं का जायजा लेते हुए उनमें सुधार एवं हिरणों के संरक्षण के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने स्थानीय लोगों से हिरणों के संरक्षण एवं उनकी संख्या में वृद्धि हेतु और क्या बेहतर व्यवस्थाएं एवं सुविधाएं की जा सकती हैं और वहां की समस्याओं पर विचार विमर्श करते हुए सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये हैं l उन्होंने वाच टावर से दूरबीन के माध्यम से पूरे संरक्षण क्षेत्र के निरीक्षण करते हुए व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ वहां विचरण कर रहे कृष्ण मृगों को देखा।
डीएम ने ब्लैक बकों के लिए पीने के पानी की समस्या के समाधान के लिए उनके पानी पीने के वाटर होल की संख्या बढ़ाने के साथ ही जल स्रोत क्षेत्र को फैलाने का निर्देश दिया है। निरीक्षण के दौरान उपस्थित स्थानीय लोगों के द्वारा बताया गया कि बेलन नहर से निकलने वाली लिंक नहर संरक्षित क्षेत्र से होकर गुज़रती है। यदि उसमें पानी की सतत आपूर्ति रहे तो हिरणों के लिए पीने का पानी मिलने के साथ ही संरक्षण क्षेत्र में ग्रीन कवर भी बढ़ाया जा सकता है। जिसपर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को नहर की सफाई करने एवं पानी की सतत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कहा है। स्थानीय लोगों के द्वारा संरक्षण क्षेत्र में आवारा कुत्तों की संख्या अधिक होने और उनके द्वारा हिरणों को परेशान करने की जानकारी दिए जाने पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों से आवारा कुत्तों को चिन्हित कर उन्हें संरक्षित क्षेत्र से बाहर किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने संरक्षित क्षेत्र के निराश्रित गोवंशों को गौशाला में संरक्षित करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने चाँद खमरिया कृष्ण मृग संरक्षण क्षेत्र को ईको टूरिज्म क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए योजना बनाएं जाने के लिए कहा, जिससे लोगों में जैव-विविधता संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा हो और स्थानीय लोगों को रोजगार का अवसर भी प्राप्त हो सके ।
उन्होंने स्थानीय लोगों को ब्लैक बकों के संरक्षण के लिए सहभागिता करने एवं ईको टूरिज्म क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रोत्साहित भी किया। उल्लेखनीय है कि चाँद खमरिया कृष्ण मृग संरक्षण क्षेत्र प्रयागराज के यमुनापार क्षेत्र में तहसील एवं ब्लॉक मेजा अन्तर्गत स्थित है l इस संरक्षित क्षेत्र का कुल क्षेत्रफल 126.123 हेक्टेयर है। जिसमें 88 हेक्टेयर क्षेत्र ग्राम सभा की जमीन और 38.123 हेक्टेयर वन भूमि है और यह प्रदेश का पहला कृष्ण मृग संरक्षण क्षेत्र है। चाँद खमरिया कृष्ण मृग संरक्षण क्षेत्र में विगत कुछ वर्षों में हिरणों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है जो इनके संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों की सफलता को दर्शाता है। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान सहित ग्रामीण लोग मौजूद रहे।