News By- नितिन केसरवानी
सर्पदंश न्यूनीकरण कार्यक्रम के अर्न्तगत प्रशिक्षण कार्यशाला का किया गया आयोजन
प्रयागराज: राहत आयुक्त कार्यालय एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, प्रयागराज के संयुक्त तत्वाधान में सर्पदंश न्यूनीकरण कार्यक्रम के अर्न्तगत जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित संगम सभागार में 25-25 चिकित्सकों के बैच में 02 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रथम बैच के प्रशिक्षण में जनपद प्रयागराज के 30 चिकित्साधिकारियों ने भाग लिया। राहत आयुक्त महोदय श्री भानु चंद्र गोस्वामी ने सर्पदंश के बढ़ते मामलों को देखते हुए चिकित्सकों को वैज्ञानिक और व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने पर जोर दिया गया। राज्य स्तर पर प्रबंधक कार्मिक श्री शांतनु द्विवेदी ने समन्वय का दायित्व संभाला। सर्पदंश कंसल्टेंट सुश्री काव्या शर्मा ने प्रशिक्षण की रूपरेखा तकनीकी विषय वस्तु तैयार किया।
कार्यक्रम में श्रीमती विनीता सिंह अपर जिलाधिकारी(वि0/रा0), उप मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा सबका स्वागत के किया गया। सर्पदंश के क्लिनिकल प्रबंधन पर जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि चिकित्सकों के लिए यह अत्यंत आवश्यक है कि वे सर्पदंश के मामलों में त्वरित निर्णय लें व इलाज की दिशा में शीघ्र कदम उठाएं। मास्टर ट्रेनर्स डा0 रवि कुमार, डा0 माधव कुमार बरनवाल, डा0 दीपक कुमार व डा0 धर्मेन्द्र सिंह द्वारा विषैला और गैर विषैला सर्पदंश को पहचान के बारे में बताया और कहा कि हर सर्पदंश जानलेवा नही होता, लेकिन पहचान में लापरवाही घातक हो सकती है। उनके द्वारा बताया गया कि रक्तस्राव, मांसपेशियों में कमजोरी व सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षणों की जानकारी, ग्रामीण क्षेत्रों में सर्पदंश के प्रबन्धन में चिकित्सकों की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि चिकित्सक न केवल इलाज करते है, बल्कि समुदाय में जागरूकता फैलाने का काम भी करते है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया।