हाथों में चुनरी जुबां पर माता के जयकारे,आस्था का महासागर बनी 12000 मीटर लंबी चुनरी यात्रा,
जगह जगह देवी भक्तों द्वारा फूल बरसाकर किया स्वागत
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
रायसेन ।अश्वनी शुक्ल पंचमी तिथि शुक्रवार को दोपहर लगातार तेरहवें वर्ष माध्यम ग्रुप रायसेन की तरफ से
शहर में करीब 12000 मीटर देवी भक्त पैदल यात्रा करते हुए चुनरी को लेकर छौले वाली मैय्या के पहुंचे द्वार।ढोल नगाड़ों बैंडबाजों डीजों की धुनों के बीच
सांची रोड़ स्थित माता भगवती देवी मंदिर में शुक्रवार को दोपहर जिले के प्रभारी मंत्री नारायण सिंह पंवार, सांची विधायक डॉ प्रभुराम चौधरी माध्यम ग्रुप के प्रमुख एवं विधायक प्रतिनिधि जमना सेन ,नपाध्यक्ष सविता सेन भाजपा जिलाध्यक्ष राकेश शर्मा जिपं अध्यक्ष यशवंत बब्लू मीणा द्वारा देवी भगवती माता मंदिर में पूजन आरती की और शारदीय नवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में कन्या पूजन कर 12000 मीटर लंबी चुनरी यात्रा की शुरुआत हुई।जो देवी भक्त लगभग 18 किमी का सफर पैदल तय करते हुए खण्डेरा स्थित छौले वाली मैय्या के दरबार पहुंचे देवी भक्त।जहां माता रानी को विशाल चुनरी अर्पित की।
लोकल फ़ॉर वोकल अपनाना जरूरी:-जमना सेन
मीडिया कर्मियों से चर्चा करते हुए माध्यम ग्रुप के प्रमुख एवं विधायक प्रतिनिधि जमना सेन ने कहा कि इस चुनरी यात्रा की सफलता का लगातार तेरहवें वर्ष है।हमने चुनरी यात्रा की शुरुआत पहले साल 3000 मीटर लंबी चुनरी पैदल यात्रा निकाल की थी।प्रतिवर्ष चुनरी की लंबाई एक हजार मीटर बढ़ाई गई।माता के भक्त अंबे भवानी छौले वाली मैय्या के जयकारे लगाते हुए रायसेन से सागर रोड़ खण्डेरा स्थित छौले वाली माता रानी के दरबार 18 किमी का सफर पदयात्रा के साथ पूरा करते हैं।
करीब 18 किलोमीटर चुनरी को थामकर जनशक्ति ने लिया स्वदेशी अपनाओ-देश बचाओं का संकल्प।वह बोले अगर भारत देश को आत्मनिर्भर बनाना है तो लोकल की वस्तुओं उत्पाद का सेवन करना शुरू कर दें।शुक्रवार को दोपहर साढ़े 12 बजे भगवती माता मंदिर से शुरू होकर छौले वाली मैय्या दरबार खण्डेरा तक निकली चुनरी यात्रा आस्था का महासागर बन गई। हजारों की संख्या में पहुंचे भक्त में हर कोई चुनरी को हाथ लगाने के लिए प्रयासरत था। 18 किलोमीटर लंबी लाखों सितारों वाली चुनरी खण्डेरा छौले वाली माता रानी को चढ़ाई गई। इस अवसर पर स्वदेशी अपनाओं-देश बचाओं का संकल्प भी दिलाया गया।
[ये आइटम रहे आकर्षक का केंद्र…..
शुक्रवार को दोपहर निकाली गई चुनरी यात्रा में यह खेल तमाशा रहे आकर्षण का केंद्र। चुनारी यात्रा में भूत पाटी, श्रीकृष्ण-राधा, शिव-पार्वती महाकाली की झाकियों के साथ ढोल, नगाड़े बैंड पार्टियां,डीजे, गोरिल्ला डांस, दुल-दुल घोड़ी ढपला रमतूला पार्टी,महाराष्ट्र की युवतियों युवकों का मंजीरे बजाते समूह नृत्य वीर बजरंग डांस, हाथी घोड़ों के डांस आदि कई प्रस्तुतियां दी गईं। ऊंट और घोड़ों ने भी नृत्य कर दर्शकों का मनमोह लिया। हाथीघोड़े भी शान के साथ चुनरी यात्रा में शामिल हुए।चुनरी यात्रा में शामिल जमना सेन,अशोक सोनी शंकर लाल चक्रवर्ती जितेंद्र जीतू सोनी आदि का जगह जगह मंच पर चुनरी ओढ़ाकर फूल बरसाकर किया स्वागत।महामाया चौक पर पूर्व श्री हिउस अध्यक्ष पंडित कृष्ण मोहन,राममोहन चतुर्वेदी मित्र मंडली द्वारा जमना सेन का किलों से तौला गया।वहीं गौ सेवक नफीस खान उर्फ भैय्या मियां ने फूलों की बरसाकर स्वागत किया।श्री हिन्दू उत्सव समिति के बैनर तले अध्यक्ष अनिल चौरसिया उनके पदाधिकारियों द्वारा फूल बरसाकर किया स्वागत।इसके अलावा सांची रोड़ रायसेन से लेकर खरगावली सागर रोड़ तक दोनों तरफ मंच बनाकर चुनरी यात्रा में शामिल हुए श्रद्धालुओं को शीतल जल पानी पाउच स्वल्पाहार मट्ठा साबूदाना खिचड़ी खीर कैले वितरित किए।
चप्पे चप्पे पर तैनात रही पुलिस….
चुनरी यात्रा के दौरान पुलिस बल श्रद्धालुओं के बीच तैनात रहा। चुनरी थामकर चल रही महिलाओं के बीच महिला पुलिस तैनात रही। वहीं एसडीओपी प्रतिभा शर्मा कोतवाली टीआई नरेंद्र गोयल सहित अन्य पुलिस अधिकारी नगर सुरक्षा समिति के सदस्य भी पूरे समय व्यवस्थाएं बनाते रहे। शहर से बाहर निकलने के बाद यात्रा की रफ्तार बढ़ी रास्ते में पड़ने वाले गांवों बम्हौरी पठारी नकतरा में यात्रियों का ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया।चुनरी यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह था।