News By- हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
डीएम ने वार्डों में भी जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित कराने के निर्देश दिए
कौशाम्बी: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन, लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में “नारी सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन” के लिए समर्पित मिशन शक्ति-5.0 अभियान का शुभारम्भ किया। यह अभियान 22 सितम्बर 2025 से 24 दिसम्बर 2025 तक संचालित किया जायेंगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी 1647 थानों में नव स्थापित मिशन शक्ति केन्द्रों का उद्घाटन तथा मिशन शक्ति केन्द्रों से सम्बन्धित एस.ओ.पी. की पुस्तिका व विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की पुस्तिका का विमोचन किया।
इसका सजीव प्रसारण एन.आई.सी. सभागार में किया गया तथा उपस्थित जनप्रतिनिधियों सहित अन्य लोगों ने मुख्यमंत्री के उद्बोधन को सुना। इस अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायत कल्पना सोनकर व सदस्य उ0प्र0 राज्य महिला आयोग प्रतिभा कुशवाहा तथा जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी व पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहें।जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को जनपद के सभी बालिका विद्यालयों में मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत भाषण प्रतियोगिता व रंगोली प्रतियोगिता आदि जागरूकता कार्यक्रम कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला पंचायतराज अधिकारी को ग्राम पंचायतों एवं अधिशासी अधिकारियों को वार्डों में भी जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित कराने के निर्देश दिए।बतादें कि मिशन शक्ति अभियान उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा,सम्मान और स्वावलम्बन के उद्देश्य से चलाया जा रहा विशेष अभियान है। इसकी शुरुआत 17 अक्टूबर 2020 को हुई थी।
*मिशन शक्ति अभियान के मुख्य उद्देश्य*
1*महिला सुरक्षा-महिलाओं और बालिकाओं के खिलाफ अपराधों की रोकथाम तथा त्वरित कार्रवाई।
2*महिला सम्मान-महिलाओं के अधिकारों, सम्मान और गरिमा की रक्षा।
3*महिला स्वावलम्बन-महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं से जोड़ना यथा-स्वरोजगार,कौशल विकास आदि।
*अभियान की प्रमुख विशेषताएँ*
महिला हेल्पलाइन नंबर (वीमेन पावर लाइन-1090, वीमेन हेल्पलाइन-181, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन-1076, एम्बुलेन्स सेवा-102 व 108, साइबर हेल्पलाइन-1930, चाइल्ड हेल्पलाइन-1098, आपातकालीन पुलिस सेवा-112) का व्यापक प्रचार-प्रसार। एंटी रोमियो स्क्वॉड, महिला बीट पुलिसिंग और पिंक बूथ की स्थापना। आंगनवाड़ी, विद्यालयों व कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम। महिलाओं से संबंधित शिकायतों का त्वरित निस्तारण। शासन द्वारा महिला परक्/महिलाओं को केन्द्र में रखकर संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं से महिलाओं को लाभान्वित किया जाना।