- *धुलकोट। बुरहानपुर*
*संवाददाता दिलीप बामनिया*
महाविद्यालय में मनाया “शिक्षक दिवस”
शासकीय महाविद्यालय धुलकोट में शिक्षक दिवस के उपलक्ष में आज समस्त छात्र-छात्राओं द्वारा अपने शिक्षकों के सम्मान में शिक्षक दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम विद्यार्थियों द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें सर्वप्रथम समस्त शिक्षकों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इसके पश्चात समस्त शिक्षकों द्वारा डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाये जाने के बारे में विस्तार से बताते हुए अपने-अपने विचार व्यक्त किये। शिक्षक दिवस के अवसर पर डॉ.अजय बामने ने विद्यार्थियों के प्रति शिक्षक की अभिलाषा को प्रकट करती हुई स्वरचित कविता “शिक्षक की अभिलाषा” सुना कर सभी विद्यार्थियों को जीवन में खुब तरक्की करने की शुभकामनाएं दी।
//शिक्षक की अभिलाषा//
शिक्षक हूॅं मैं शिष्यों से अपने,
चाहता हूॅं थोड़ा सम्मान मिले।
बनाया जिनको ‘मिट्टी से मूरत’,
उनके हृदय से स्थान मिले।
शिक्षक हूॅं मैं ……………..।
दे पाऊं उनको ‘कल’ से बेहतर,
मुझको ऐसा ‘बृम्हज्ञान’ मिले।
निकल गए जो ‘गुरु’ से आगे,
उन में भी एक पहचान मिले।।
शिक्षक हूॅं मैं………………..।
छू ले गगन के सारे अंजुम,
‘शिष्यों’ को ऐसी उड़ान मिले।
पंखों पर फिर पाबंदी न हो,
खुला खुला आसमान मिले।।
शिक्षक हूॅं मैं………………।
नहीं चाहता कि दफ्तर में ही,
मुझको ‘काबिल’ इंसान मिले।
चट्टानों पर जो फसल उगा दे,
मुझको बेहतर किसान मिले।।
शिक्षक हूॅं मैं………………।
करें देश का नाम जो रोशन,
‘मां’ का जिसमें अभिमान मिले।
विजय तिरंगा फहराने वाला,
सरहद पर हर-एक जवान मिले।।
शिक्षक हूॅं मैं…………….।
कोई कर्ण बने, कोई अर्जुन बने,
या ‘एकलव्य’ सा आत्मज्ञान मिले।
‘गुरु’ स्वरूप जीवन में सबको।
‘धरा’ पर दूजा भगवान मिले।।
शिक्षक हूॅं मैं……………….।
डॉ.अजय बामने (फीनिक्स)
शासकीय महाविद्यालय धुलकोट
शिक्षक दिवस के इस कार्यक्रम में महाविद्यालय स्टाफ से प्रशासनिक अधिकारी डॉक्टर कन्हैया चौहान, डॉक्टर प्रमोद गुप्ता, डॉक्टर महिमा बाजपेई, डॉक्टर अजय बामने, डॉक्टर कृष्णा मोरे, डॉक्टर मशाहिद खान, डॉक्टर मनोज बागले, तुलसीराम कौल, देवेंद्र बालकर एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन छात्रा रत्ना सिरसाठे ने किया एवं आभार छात्रा किरण मंडलोई ने माना।
*संवाददाता दिलीप बामनिया*