समर्थ उत्तर प्रदेश,विकसित उत्तर प्रदेश-2047 अभियान के अंतर्गत मनरेगा श्रमिकों से प्राप्त किए गए सुझाव
हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: समर्थ उत्तर प्रदेश, विकसित उत्तर प्रदेश-2047 अभियान के अंतर्गत आज विकास खण्ड सिराथू की ग्राम पंचायत नगियामई में तीन सदस्यीय समिति द्वारा भ्रमण किया गया।
समिति में सेवानिवृत्ति आई.एफ.एस. शैलेश प्रसाद, प्रोफेसर डॉ. जगन्नाथ पाठक एवं सेवानिवृत्ति मुख्य अभियंता जय प्रताप सिंह ने ग्रामवासियों एवं मनरेगा श्रमिकों के साथ संवाद स्थापित किया।
समिति के सदस्यों के द्वारा मनरेगा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मनरेगा श्रमिकों से आवश्यक सुझाव प्राप्त किए गए, जिस पर मनरेगा श्रमिकों द्वारा इसमें एक वर्ष में न्यूनतम 100 दिन से बढ़कर 150 मानव दिवस कार्य के लिए सुझाव दिया गया। इसके साथ ही दैनिक श्रमिक मजदूरी 252 रुपए से बढ़ाकर महंगाई के अनुरूप रुपए 500 करने का भी सुझाव दिया गया। मजदूरी का भुगतान समय से हो,यह भी अनुरोध किया गया। अनुमन्य कार्यों की सूची में कृषि से संबंधित मजदूरी के कार्यों को भी जोड़े जाने का सुझाव दिया गया।