सकरिया ग्राम में कुएं से मिली लाश के अंधे हत्या कांड का पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा
अवैध संबंधों में बाधा बना पति, पत्नी ने प्रेमी व मजदूर के साथ रची खौफनाक साजिश
ज्ञानेंद्र पांडेय
अनूपपुर।
जिले के सकरिया गांव में 60 वर्षीय भैयालाल रजक की हत्या के अंधे मामले को सुलझाकर अनूपपुर पुलिस ने न केवल एक जघन्य अपराध का खुलासा किया है, बल्कि जन सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को भी मजबूती से दर्शाया है।
पुलिस अधीक्षक श्री मोती उर रहमान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री इसरार मन्सूरी एवं एसडीओपी श्री सुमित केरकेट्टा के निर्देशन में थाना कोतवाली की टीम ने 31 अगस्त को दर्ज एक मर्ग की विवेचना करते हुए मृतक की पत्नी मुन्नी उर्फ विमला रजक, उसके प्रेमी लल्लू उर्फ नारायणदास कुशवाहा एवं एक मजदूर धीरज कोल को गिरफ्तार कर इस जघन्य हत्या की परतें उजागर की हैं।
हत्या की भयावह योजना
मृतक की तीसरी पत्नी मुन्नी बाई का अपने ही पति के जमीन विक्रय में लगे दलाल लल्लू कुशवाहा से पिछले कुछ वर्षों से प्रेम संबंध था। जब पति भैयालाल इन संबंधों में बाधा बनने लगा, तो मुन्नी ने प्रेमी लल्लू और घर पर काम करने वाले मजदूर धीरज के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रच डाली।
30 अगस्त की रात मुन्नी जानबूझकर बड़ी बहन गुड्डी रजक के घर चली गई, ताकि पति घर पर अकेला रह जाए। इसके बाद रात करीब 2.30 बजे दोनों आरोपी निर्माणाधीन मकान में घुसे और खटिया पर सो रहे भैयालाल पर लोहे की रॉड से वार कर उसकी निर्मम हत्या कर दी। फिर शव को बोरे व कंबल में लपेटकर, रस्सियों और साड़ियों से बांधकर घर के पीछे खेत में बने कुएं में फेंक दिया गया।
शानदार जांच और साक्ष्य संकलन
घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी श्री अरविंद जैन के नेतृत्व में एफएसएल अधिकारी डॉ. प्रदीप अहिरवार, फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ गिरजा शंकर गौतम, SDERF कमांडर रामनरेश भवेदी व डॉग स्क्वाड ‘वीरा’ मौके पर पहुंचे और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर जांच शुरू की। कुएं को खाली कर मृतक का मोबाइल भी बरामद किया गया।
तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर धारा 103(1), 238, 61(2) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है। आगे की विवेचना जारी है और अन्य साक्ष्य संकलन का कार्य भी तीव्र गति से किया जा रहा है।
थाना प्रभारी अरविंद जैन की कुशल नेतृत्व क्षमता सराहनीय
इस जटिल एवं अंधे हत्या कांड को सुलझाने में थाना कोतवाली प्रभारी अरविंद जैन की सूझबूझ, तत्परता एवं नेतृत्व क्षमता अत्यंत सराहनीय रही। उन्होंने न केवल साक्ष्य संकलन को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सुनिश्चित किया, बल्कि पूरी टीम का कुशल मार्गदर्शन भी किया।
टीम को मिलेगा सम्मान
पुलिस उपमहानिरीक्षक शहडोल रेंज सुश्री सविता सोहाने एवं पुलिस अधीक्षक अनूपपुर श्री मोती उर रहमान द्वारा इस खुलासे पर टीम की सराहना करते हुए टीआई अरविंद जैन एवं उनकी संपूर्ण टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।
इस सराहनीय कार्य ने यह साबित कर दिया है कि अनूपपुर पुलिस जन सुरक्षा, अपराध नियंत्रण एवं न्याय दिलाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।