अनूपपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 6 किलो गांजा के साथ तस्कर गिरफ्तार, सिंडिकेट के भंडाफोड़ की तैयारी
ज्ञानेंद्र पांडेय 7974034465
अनूपपुर, जिले में मादक पदार्थों की तस्करी पर कड़ा शिकंजा कसते हुए अनूपपुर पुलिस ने रविवार शाम को एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान के मार्गदर्शन में गठित विशेष टीम ने 6 किलो गांजा के साथ एक अंतरजिला तस्कर को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी रजनीश मिश्रा (29 वर्ष), निवासी ग्राम झिरिया, थाना बुढार, जिला शहडोल, गांजा की खेप को मोटरसाइकिल से अनूपपुर पहुंचा रहा था।
विशेष सूचना के आधार पर सक्रिय हुई कोतवाली अनूपपुर पुलिस की टीम — थाना प्रभारी अरविन्द जैन के नेतृत्व में — ने रामसागर तालाब के पास पुराने बस्ती क्षेत्र में घेराबंदी की। काले रंग की हीरो एच.एफ. डीलक्स मोटरसाइकिल (क्रमांक MP 65 ZB 9205) से भाग रहे एक युवक को रोका गया। तलाशी के दौरान उसकी बाइक की पेट्रोल टंकी के ऊपर रखे थैले से 6 पैकेट में करीब 6 किलो गांजा बरामद किया गया, जिसकी अनुमानित कीमत ₹60,000 है। साथ ही तस्करी में प्रयुक्त बाइक को भी जब्त किया गया।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ NDPS एक्ट की धारा 8/20 (B) के तहत अपराध क्रमांक 426/25 दर्ज कर गिरफ्तारी की है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी यह मादक पदार्थ शहडोल के केशवाही क्षेत्र से लाकर अनूपपुर जिले में खपाने की कोशिश कर रहा था।
सूत्रों का दावा: झिरिया का ‘बुदून’ चला रहा है तस्करी सिंडिकेट
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस तस्करी के पीछे एक संगठित गिरोह कार्यरत है, जिसका संचालन ‘बुदून’ नाम का व्यक्ति कर रहा है। बुदून, झिरिया रामपुर का निवासी बताया जा रहा है, जो बेरोजगार युवाओं को पैसे का लालच देकर गांजा तस्करी जैसे अपराध में धकेल रहा है। वर्षों से पुलिस की पकड़ से बाहर यह व्यक्ति अब एक मजबूत नेटवर्क स्थापित कर चुका है। यह गिरोह न केवल गांजा की खेप एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचा रहा है, बल्कि अब ग्रामीण इलाकों में सप्लाई बढ़ाने की रणनीति पर भी काम कर रहा है।
सूत्रों की मानें तो इस नेटवर्क में नाबालिग युवाओं को भी टारगेट किया जा रहा है, जिन्हें लालच देकर इस अवैध कार्य में शामिल किया जाता है। फिलहाल पुलिस की पूछताछ और छानबीन का दायरा बढ़ा दिया गया है और बुदून तक पहुंचने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
क्या बुदून तक पहुंचेगा कानून का हाथ?
यह देखना अहम होगा कि अनूपपुर पुलिस की जांच बुदून जैसे मास्टरमाइंड तक पहुंच पाती है या नहीं। जिस तेजी से यह नेटवर्क ग्रामीण क्षेत्रों में फैल रहा है, वह कानून व्यवस्था के लिए गहरी चुनौती बन चुका है। लेकिन जिस प्रकार पुलिस ने शुरुआती सफलता प्राप्त की है, उससे यह स्पष्ट है कि जल्द ही गांजा तस्करी के इस सिंडिकेट पर करारी चोट की जा सकती है।