भाकपा नेता का. सुधाकर रेड्डी का निधन वामपंथी आंदोलन के लिए अपूर्णीय क्षति : के.साजी
किरंदुल : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के वरिष्ठ नेता सुरवरम सुधाकर रेड्डी का शुक्रवार रात हैदराबाद में निधन हो गया। दो बार सांसद रहे रेड्डी का लंबी बीमारी के कारण निधन हो गया। वह पिछले कुछ वर्षों से अस्वस्थ चल रहे थे। वामपंथी राजनीति में एक कद्दावर हस्ती, सुधाकर रेड्डी ने तेलंगाना और देश भर में पार्टी को मज़बूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह दो बार नलगोंडा से सांसद रहे और मज़दूर अधिकारों, सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए उन्हें व्यापक रूप से सम्मानित किया जाता था। सुधाकर रेड्डी 25 मार्च 1942 को हैदराबाद में जन्मे, उनकी शिक्षा नगरपालिका हाई स्कूल और कर्नल मेमोरियल हाई स्कूल कुरनूल में हुई। उन्होंने 1964 में उस्मानिया कॉलेज, कुरनूल से इतिहास में बीए किया और वर्ष 1967 में हैदराबाद के उस्मानिया यूनिवर्सिटी लॉ कॉलेज से एलएलबी किया। लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार 22 अगस्त 2025 की रात हैदराबाद में उनका आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन पर किरंदुल श्रमिक संघ एसकेएमएस के कार्यालय इंद्रजीत सिंह भवन में शोक व्याप्त करते हुए भाकपा के प्रदेश सचिव के साजी, श्रमिक संघ एसकेएमएस अध्यक्ष देवरायलु, सचिव राजेश सन्धु, कार्यकारी अध्यक्ष रोशन मिश्रा, भाकपा के अनंदा, अनिल एनएफआईडब्लू के अनिल राजी मोल, भावना सर्वदे एवं अन्य पार्टी समर्थकों के साथ का. सुधाकर रेड्डी के सम्मान में पार्टी का झंडा को नीचे झुकाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर भाकपा के प्रदेश सचिव के. साजी ने कहा कि का. रेड्डी के आकस्मिक निधन से वामपंथी आंदोलन व सीपीआई की अपूर्णीय क्षति हुई है। जिसे पूरा नही किया जा सकता। हम उनके आदर्शों पर चलते हुए वामपंथी आंदोलन में अपना सहयोग प्रदान करते रहेंगे।