झालावाड़ कलक्टर के प्रयासों से स्कुली बच्चों के मजबूत हौंसले नें हराया पिपलोदी हादसे की भयावह यादों को
स्वतंत्रता दिवस पर जिला कलक्टर के निवास पर किया खूब मनोरंजन
झालावाड़ कलक्टर के प्रयासों से स्कुली बच्चों के मजबूत हौंसले नें हराया पिपलोदी हादसे की भयावह यादों को
स्वतंत्रता दिवस पर जिला कलक्टर के निवास पर किया खूब मनोरंजन
ब्लॉक रिपोर्टर ओम सोनी
जब मन में मजबूत हौंसला और जज्बा हो तो हर परेशानी को कितनी आसानी से भुलाकर नई राह पर चला जा सकता है यह सब करके दिखाया पिपलोदी गांव के नन्हें बच्चों ने। देश की आजादी का 79वां स्वतंत्रता दिवस शुक्रवार को मनाया गया। इससे बेहतर अवसर नहीं था पिपलोदी गांव के बच्चों और वहां के ग्रामीणों को उनके दुख भरे क्षणों से बाहर लाने का। झालावाड़ जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ के नेतृत्व में जिला प्रशासन ने संकल्प लिया था कि जो हादसा पिपलोदी में हुआ उसकी पुनरावृत्ति तो नहीं होगी लेकिन जो उस गांव के बच्चों और अभिभावकों पर गुजरी है उसको भुलाने के लिए पिपलोदी का कायाकल्प अवश्य किया जाएगा। जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ ने इस ओर कदम उठाते हुए स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पिपलोदी हादसे के सभी पीड़ित बच्चों एवं मृतक बच्चों के परिजनों को अपने निवास पर आमंत्रित किया। पूर्ण सुरक्षा एवं सुविधाओं के साथ बच्चों को सफेद वेशभूषा, तिरंगे की टोपी पहनाकर पिपलोदी से झालावाड़ लाया गया और स्वतंत्रता दिवस के जिला स्तरीय समारोह में प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। इसके पश्चात् बच्चों को जिला कलक्टर के निवास पर आयोजित एटहोम कार्यक्रम में लाया गया। कलक्टर निवास में प्रवेश करते समय पूर्ण अनुशासन के साथ बच्चों द्वारा लगाए जा रहे भारत माता की जय और इन्कलाब जिन्दाबाद के नारों ने मौजूद लोगों को अचंभित कर दिया। *झालावाड़ जिले के पिपलोदी ग्राम के*
इन बच्चों को देखकर लगा ही नहीं कि ये वही बच्चे हैं जिन्होंने करीब 20 दिन पहले एक दर्दनाक भयानक हादसे का सामना किया था जिसमें उनके साथी उनसे जुदा हो गए।
जिला प्रशासन द्वारा पिपलोदी गांव एवं हादसे के पीड़ित बच्चों के लिए किए गए सकारात्मक प्रयासों का नतीजा ही था कि आज ये बच्चे इतने खुश और हसमुख नजर आए। एक और जहां बच्चों को प्रशासन एवं अन्य भामाशाहों द्वारा उपहार दिए जा रहे थे वहीं दूसरी ओर बच्चों को कलक्टर निवास पर लगे गुब्बारों व झूले-चकरी अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे। जैसे ही कार्यक्रम सम्पन्न हुआ बच्चों ने कलक्टर निवास को अपने गांव पिपलोदी की सरजमीं समझ कर वहां झूला झूलना व खेलना शुरू कर दिया। यह सब देखकर वहां मौजूद हर व्यक्ति चेहरे पर मुस्कान और बच्चों के प्रति प्रेम झलक उठा।
जिला कलक्टर निवास पर आयोजित एटहोम कार्यक्रम में पिपलोदी विद्यालय के बच्चों को जिला प्रशासन द्वारा सम्पूर्ण स्कूल किट (बैग, टिफिन, वाटर बोटल, पाठ्य सामग्री), माताओं के लिए एक-एक साड़ी प्रदान की गई साथ ही मृतक बच्चों के परिजनों को जिला प्रशासन की ओर से जिला कलक्टर द्वारा 1-1 लाख रुपए के चैक वितरित किए गए वहीं मृतक बच्चों के पिता एवं अभिभावकों को स्वास्थ्य विभाग में संविदा पद पर नियुक्ति के नियुक्ति-पत्र भी प्रदान किए गए। इस दौरान बच्चों नें जिला कलक्टर के साथ अल्पाहार भी किया।
इस मौके पर जिला कलक्टर ने पिपलोदी विद्यालय के संचालन हेतु अपने परिवार की परवाह किए बिना अपने पक्के मकान को निःशुल्क विद्यालय हेतु उपलब्ध कराने के लिए भामाशाह मोर सिंह का कोटि-कोटि आभार व्यक्त किया।उन्होंने बताया कि उन्होंने बच्चों की शिक्षा में अड़चन ना आए इस हेतु अपने मकान को विद्यालय के लिए सौंप दिया। इनका ये निस्वार्थ कृत्य हमेशा याद किया जाएगा। अंत में सभी बच्चों ने जिला कलक्टर एवं उनके परिवार के साथ अल्पाहार लिया और तत्पश्चात् सभी बच्चों, उनके अभिभावकों एवं मृतक बच्चों के परिजनों को ससम्मान पुनः सुरक्षित तौर पर उनके गांव पिपलोदी पहुंचाया गया।
फोटो – स्कुली बच्चों एवं परिजनों के साथ कलक्टर राठौड़