विभाजन विभीषिका त्रासदी के दौरान प्राणोत्सर्ग करने वाले लोगों की याद में 02 मिनट का मौन धारण कर दी श्रद्धांजलि
News By- हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी विनोद राम त्रिपाठी की अध्यक्षता में गत वर्ष की भाँति इस वर्ष भी अपनी मातृभूमि के उन परिवारों को नमन करते हुए, जिन्हें भारत के विभाजन के दौर में अपने परिवारजन के प्राण न्यौछावर करने पड़े, ऐसे लोगों की स्मृति में आज उदयन सभागार में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया गया।
उपायुक्त स्वत: रोजगार सुखराज बंधु ने विभाजन विभीषिका के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि देश का विभाजन किसी विभीषिका से कम नहीं था। भारत के लाखों लोगों ने बलिदान देकर आजादी प्राप्त की थी, ऐसे समय पर देश का 02 टुकड़ों में बँट जाने का दर्द लाखों परिवारों में एक गहरे जख्म की तरह घर कर गया है। इस भौगोलिक बंटवारे ने देश के लोगों को सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक तथा मानसिक रूप से झकझोर दिया था। “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” हमें न सिर्फ भेद-भाव, वैमनस्य एवं दुर्भावना को खत्म करने की याद दिलाएगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सदभाव और मानव सशक्तिकरण की प्रेरणा मिलेगी।
कलेक्ट्रेट एवं विकास भवन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा विभाजन विभीषिका त्रासदी के दौरान प्राणोत्सर्ग करने वाले लोगों की याद में 02 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गी।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रबुद्ध सिंह एवं शालिनी प्रभाकर,
मुख्य विकास अधिकारी विनोद राम त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी प्रबुद्ध सिंह, उपायुक्त मनरेगा मनोज वर्मा एवं प्रभागीय वनाधिकारी सहित अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।