हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
*कौशाम्बी* सिराथू तहसील के ग्राम कादीपुर बारनपुर इचैली के आयुष्मान आरोग्य मंदिर मे स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, कौशाम्बी की ओर से विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस वर्ष की थीम ’स्तनपान को प्राथमिकता दें, स्थाई सहायता प्रणालियाँ बनाऐ, है। इसका उद्देश्य समाज में स्तनपान के महत्व को प्रचारित करना है और मातृ-शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में काम करना है।कार्यक्रम के शुरुआत में स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ0 प्रो0 एच0के0 सिंह ने बताया कि स्तनपान शिशु के लिए प्राकृतिक सुरक्षा कवच है, जो उसे बीमारियों से बचाता है। उन्होंने यह भी बताया कि यह माँ और बच्चे के बीच भावनात्मक जुड़ाव को भी सशक्त करता है तथा माँ को कई गंभीर बीमारियों से भी बचाता है। साथ ही माँ को बच्चे को दूध पिलाने के बाद डकार जरूर दिलानी चाहिए, क्योंकि अगर बच्चा डकार नहीं लेता है तो इससे कान में इन्फेक्शन होने का खतरा भी बढ जाता है। डॉ. सन्तोष कुमार कम्युनिटी मेडिसिन विभाग ने स्तनपान के सामाजिक और स्वास्थ्य लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि माँ का पहला दूध नवजात के लिए जीवनरक्षक होता है, और ग्रामीण क्षेत्रों में स्तनपान के प्रति सही जानकारी से अवगत कराते हुए जागरूक किया, ताकि माताएं अपने शिशुओं को बेहतर पोषण और सुरक्षा प्रदान कर सकें।उक्त कार्यक्रम मे प्रधानाचार्य डा0 हरिओम कुमार सिंह, कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग के सहायक आचार्य डा0 संन्तोष कुमार, संदीप कुमार, डा0 निखिल कुमार, इन्टर्न डाक्टर्स, श्रीमती सोमा पाल ए0एन0एम0, आशा वर्कस श्रीमती रीता कुशवाहा, तथा प्रसूता एवं प्रसवोपरान्त महिलाएं उपस्थिति रहीं।