News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशांबी: जिले के यमुना तराई क्षेत्रों में बसे गावों मे आई बाढ़ ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। हजारों लोग बेघर हो चुके हैं, फसलें बर्बाद हो गई हैं और ग्रामीणों को भारी संकट का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे विकट समय में समाजवादी पार्टी के जनप्रतिनिधियों की गैरहाजिरी को लेकर जनता में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। इसी मुद्दे को उठाते हुए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता शौर्य मिश्रा और शिव प्रताप मौर्य ने सोशल मीडिया पर एक तीखा पोस्टर साझा किया है। पोस्टर में लिखा है ”भारी बाढ़ के बीच हुई त्रासदी में विलुप्त हुए सपा के सांसद पुष्पेंद्र सरोज, विधायक इंद्रजीत सरोज और पल्लवी पटेल जनता में मचा कोहराम, सांसद विधायक कर रहे आराम!”
भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि बाढ़ जैसी आपदा में जब जनता को अपने जनप्रतिनिधियों की सबसे अधिक ज़रूरत है, तब सपा के सांसद और विधायक पूरी तरह से नदारद हैं। न तो कोई राहत सामग्री पहुंचाई गई है, न ही क्षेत्र में उनकी कोई मौजूदगी देखी गई है।स्थानीय ग्रामीणों का भी कहना है कि उन्हें सरकारी मदद का अब तक इंतज़ार है, लेकिन प्रतिनिधियों की चुप्पी और अनुपस्थिति ने उन्हें निराश कर दिया है। इस मुद्दे को लेकर सियासी गलियारों में गर्माहट बढ़ गई है। भाजपा नेताओं का कहना है कि सपा के नेता सिर्फ चुनाव के समय दिखाई देते हैं, जबकि संकट की घड़ी में वे गायब हो जाते हैं। अब देखना यह होगा कि समाजवादी पार्टी की ओर से इस पर क्या प्रतिक्रिया आती है।