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एसपी के निर्देशन में कौशाम्बी पुलिस ने साइबर क्राइम के प्रति लोगों को किया जागरुक

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News By- नितिन केसरवानी

किसी भी अन्जान नम्बर से विडियो काल आने पर रिसीव ना करें…., कौशाम्बी पुलिस

कौशाम्बी: पुलिस महानिदेशक, उ०प्र० लखनऊ द्वारा बढ़ते हुए साइबर क्राइम अपराध से बचाव के लिए आम जनमानस को साइबर अपराध से जागरुक करने के सम्बन्ध में निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक माह के प्रथम बुधवार को जनपद के समस्थ थानों द्वारा साइबर जागरूकता अभियान चलाया जाए, इस अभियान में स्कूल,कॉलेज के छात्र और छात्राओं, व्यापार मण्डलों, पंचायतों, स्थानीय निकायों,बैकों एवं सामाजिक संस्थाओं आदि समूह के लोगों को जागरुक किया जाए,इसका मुख्य उद्देश्य आगामी 06 माह के अन्दर प्रदेश के समस्त नागरिकों को साइबर अपराधों के प्रति जागरुक करना है जिससे लोग साइबर अपराध से बच सकें। इस निर्देश के क्रम में बुधवार को पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी राजेश कुमार द्वारा व्यापक अभियान चलाया गया जिसमें जनपद कौशाम्बी के साइबर क्राइम थाना एवं जनपद के समस्त थानों पर गठित साइबर हेल्प डेस्क के अधिकारी/कर्मचारीगण द्वारा थाना क्षेत्रों में आने वाले कॉलेजों, स्कूलों एवं सार्वजनिक स्थानों सहित कुल 15 स्थानों पर कार्यशाला आयोजित कर 6133 लोगों को विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध से सम्बन्धित अपराध एवं उससे बचाव के तरीको के बारे में बताकर जागरूक किया गया। इस दौरान गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही साईबर हेल्प लाईन नंबर 1930 व www.cybercrime.gov.in के बारे में जानकारी दी गई, जिससे साइबर अपराध होने पर तत्काल कॉल व वेबसाईट में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराने के बारे में जानकारी प्रदान की गई। साथ ही संचार साथी वेबसाइट(www.sancharsaathi.gov.in) के बारे में बताया गया जिसके माध्यम से आपके नाम पर रजिस्टर्ड सिम की जानकारी एवं प्रयोग में न होने वाले सिम को बन्द कराने, आन्तर्राष्ट्रीय कॉल की रिपोर्ट तथा मोबाइल फोन गुम होने की सूचना दर्ज कर फोन को ब्लाक कराया जा सकता है एवं StopNCII.org वेबपोर्टल के बारे में भी जानकारी दी गयी जो महिलाओं एवं बालिकाओं के लिये विशेष उपयोगी है, जिसके माध्यम से किसी महिला/बालिका की अवांछित फोटों/वीडियों सोशल मीडिया में वायरल होने पर उसको रिपोर्ट करके हटवाया जा सकता है। कार्यशाला में बताया गया कि प्रलोभन में आने के चलते लोग अपनी जिंदगी भर की कमाई खो बैठते हैं। इसलिए किसी भी प्रकार के प्रलोभन में न आएं। बैंक से सम्बन्धित, क्यूआर कोड स्कैन, वाट्सएप हैक, ओएलएक्स के माध्यम से ठगी, केवाइसी, हनी ट्रेपिंग, डुप्लीकेट एप, आनलाइन लोन स्कैम, केबीसी, इंटरनेट मीडिया से ठगी, एटीएम, सेक्सटार्शन, कम्प्यूटर सम्बन्धी फ्राड और बचाव के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी व साइबर ठगी होने पर साइबर हेल्प लाइन नम्बर 1930 व वेवसाइट www.cybercrime.gov.in पर सूचना देने की अपील की गयी।

आज के दौर में सबसे ज्यादा हो रहे सेक्सटार्शन व न्यूड कॉल ब्लैकमेल गैंग के सदस्य फेसबुक पर खूबसूरत लड़की की फोटो लगाकर रखते हैं, सबसे पहले फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं फिर फ्रेंड लिस्ट में शामिल होते ही चैटिंग करना शुरू कर देते हैं इसके बाद बातों में फंसाकर वाट्सएप नंबर मांगते हैं, वीडियो कॉल से बात करने को कहते हैं, कॉल करने पर जैसे ही दूसरी तरफ से कॉल रिसीव होता है सामने न्यूड गर्ल दिखाई देने लगती है। इस दौरान कॉल करने वाले का वीडियो रिकार्ड कर लिया जाता है। इसके बाद ब्लैकमेल कर पैसे मांगने का खेल शुरू हो जाता है। इनकार करने पर रिकार्ड वीडियो को वायरल करने की धमकी देते हैं, यही नहीं आज के दौर में जिनका मो० नं० आनलाइन पड़ा हुआ है उनको सीधे विडियो काल आ जा रही है जब तक हम कुछ समझ पाते है तब तक विडियो स्क्रिन रिकार्ड कर लेते है ऐसे में किसी भी अन्जान नम्बर से विडियो काल आने पर रिसीव ना करें, रिसीव भी करना हो तो कैमेरे पर अंगूठा रख दे तथा गूगल पर सर्च किये गए टॉप हेल्प लाइन नम्बर फर्जी हो सकते है हमेसा आधिकारिक वेबसाइट से ही हेल्प लाइन नम्बरों की जारकारी ले। और वर्तमान समय में बढ़ते डिजिटल अरेस्ट के बारे में भी बताया गया और बताया गया कि डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई भी कानून प्रावधान में नहीं है, हमें जागरूक रहने की जरूरत है।हम जितना जागरुक रहेंगे उतना ही साइबर क्राइम से बचे रहेंगे।

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