एसडीएम मझौली सायकल से पहुंचे कोर्ट, भैचक्के रह गए कर्मचारी एवं लोग।
राघवेन्द्र दुवेदी धौहनी/मझौली
कोर्ट के कर्मचारी व आस पास के लोग उस समय भैचक्के व दंग रह गए जब सुबह कोर्ट खुलने पर एसडीएम मझौली आरपी त्रिपाठी सायकल से कोर्ट पहुंच गए। चौक तों आप भी गए होंगे पर चौंकिए नहीं यहां एसडीएम किसी को चौंकाने,या निरीक्षण व जायजे के लिए सायकल से चलकर नहीं आए थे। बल्कि कमिश्नर रीवा सम्भाग बीएस जामोद के स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण व ईधन बचत के उद्देश्य को लेकर छेड़े गये अभियान “ट्यूजडे बाईसिकिल डे” के परिपालन में पहुंचे हुए थे। जहां से पुनः सायकल से ही चलकर जनपद पंचायत के प्रज्ञा भवन में आयोजित जनसुनवाई में पहुंच लोगों की समस्या सुनी।
बता दें कि स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण तथा ईंधन बचत के उद्देश्य को लेकर विगत दिवस कार्यालीन पत्र जारी कर कमिश्नर द्वारा अपेक्षा जताई गई थी कि सम्भाग व जिले के सभी अधिकारी/ कर्मचारी स्वैच्छिक रुप से सप्ताह में एक दिन मंगलवार को “ट्यूजडे बाईसिकिल डे”पहल के तहत दफ्तर व कार्यालय आने जाने के लिए सायकल का उपयोग करें।
कमिश्नर के उद्देश्य व निर्देश के परिपालन को लेकर कलेक्टर सीधी स्वरोचिष सोमवंशी के मार्गदर्शन में एसडीएम मझौली आरपी त्रिपाठी सायकल से कोर्ट पहुंचे वहीं उनके निर्देश पर अन्य विभागों के कई अधिकारी/कर्मचारी भी सायकल व पैदल चलकर दफ्तर पहुंच कमिश्नर के उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए लोगों को प्रेरित किये।
मीडिया से बातचीत के दौरान एसडीएम ने बताया कि स्वैच्छिक रुप से सप्ताह में एक दिन मंगलवार को “ट्यूजडे बाईसिकिल डे” के तहत सायकल एवं पैदल चलकर दफ्तर व कार्यलय जाने के लिए कमिश्नर साहब द्वारा अपेक्षा की गई थी जिसके परिपालन में कलेक्टर साहब के मार्गदर्शन में आज अगस्त माह के पहले मंगलवार को कमिश्नर साहब के द्वारा छेड़े गए अभियान”ट्यूजडे बाईसिकिल डे”को गति दी गई है आज हमारे सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारी ईंधन युक्त वाहनों का प्रयोग न कर सायकल, पैदल व अन्य संसाधन से दफ्तर व कार्यलय पहुंच रहे हैं।अभी यह अभियान अधिकारियों कर्मचारियों तक सीमित है आगे आम जन तक पहुंचेगा।