हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, कौशाम्बी में 01 से 07 अगस्त 2025 तक “विश्व स्तनपान सप्ताह” के अवसर पर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस वर्ष की थीम ’’स्तनपान को प्राथमिकता दें, स्थायी सहायता प्रणालियाँ बनाए। इसका उद्देश्य समाज में स्तनपान के महत्व को प्रचारित करना है और मातृ-शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में काम करना है।
कार्यक्रम की शुरुआत में स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय कौशाम्बी के प्रधानाचार्य डॉ0 प्रो0 एच0के0 सिंह ने बताया कि स्तनपान से शिशु मे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाता है, एवं श्वास की बिमारी, मोटामा, मधुमेय के रिस्क को कम करता है। तथा शारीरिक एवं मानसिक विकास मजबूत होता है और यह माताओं मे ब्रेस्ट कैंसर, ओवेरियन कैसंर के रिस्क को कम करता है एवं मॉ व बच्चे के प्रति इमोशनल बोन्डिंग मजबूत करता है।
डॉ. सन्तोष कुमार’’(कम्युनिटी मेडिसिन विभाग) ने स्तनपान के सामाजिक लाभ पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि मॉ का पहला दूध पहला बैक्सिन होता है एवं स्थानीय स्तर पर स्तनपान के लाभों के बारे में जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी है, ताकि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में शिशु और माताओं को सही मार्गदर्शन मिल सकें।
डॉ. विकास दुबे (बाल रोग विभाग) ने नवजात शिशुओं के लिए स्तनपान के फायदे पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि स्तनपान से शिशु में रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और यह शिशु को कई जीवनभर की बीमारियों से बचाता है।
डॉ. शालिनी शर्मा स्त्री एवं प्रसूति विभाग द्वारा गर्भवती और प्रसूता महिलाओं को स्तनपान की सही तकनीक के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्तनपान की सही तकनीक न केवल शिशु के लिए बल्कि माताओं के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखता है। आगामी कार्यक्रम दिनांक 06.08.2025 को प्रातः 10ः00 बजे मेडिकल कालेज कादीपुर, बारनपुर इचैली मे आयोजित किया जायेगा।