बाढ़ पीड़ितों की सेवा में उतरे अरमान हॉस्पिटल के संचालक, पिपरहटा गांव में किया भोजन वितरण और इलाज का वादा
News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
चायल, कौशाम्बी: जिले में गंगा और यमुना नदियों के उफान ने हालात बदतर कर दिए हैं। सैकड़ों गांव जलमग्न हो चुके हैं, हजारों परिवार बेघर हैं और जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा है, लेकिन सीमित संसाधनों के बीच तमाम ज़रूरतें अधूरी रह जा रही हैं। ऐसे में समाजसेवी और निजी संस्थाएं ज़रूरतमंदों की मदद के लिए आगे आकर एक बड़ी उम्मीद बनकर सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में चायल तहसील क्षेत्र के पिपरहटा गांव में अरमान हॉस्पिटल के संचालक डॉ. निसार अहमद ने अपनी टीम के साथ पहुंचकर बाढ़ से प्रभावित लोगों के बीच भोजन वितरण किया और निःशुल्क इलाज का आश्वासन दिया। उन्होंने दर्जनों परिवारों को ताज़ा और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया। इस दौरान गांव में भारी संख्या में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे मौजूद रहे, जिनकी आंखों में उम्मीद की चमक और चेहरे पर राहत के भाव स्पष्ट नज़र आ रहे थे। डॉ. निसार अहमद ने न केवल भोजन वितरित किया, बल्कि बाढ़ पीड़ितों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए यह घोषणा भी की कि अरमान हॉस्पिटल में बाढ़ पीड़ितों का इलाज पूरी तरह मुफ्त किया जाएगा। उन्होंने कहा, “इस कठिन समय में एक-दूसरे के साथ खड़ा होना ही सबसे बड़ा धर्म है। ज़रूरतमंदों की सेवा ही सच्ची मानवता है।”
गांववालों ने डॉक्टर निसार की इस मानवीय पहल की खुलकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जब सरकारी मदद अभी भी कई क्षेत्रों तक नहीं पहुंच पाई है, ऐसे में निजी स्तर पर इस तरह की सहायता उनके लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है। स्थानीय लोगों ने डॉ. निसार को धन्यवाद देते हुए उन्हें ‘आपदा में देवदूत’ की संज्ञा दी। डॉ. निसार अहमद की यह पहल न केवल मानवता की मिसाल है, बल्कि यह एक संदेश भी है कि यदि हर सक्षम व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी समझे और थोड़ी-सी कोशिश करे, तो कोई भी आपदा बड़ी नहीं होती। फिलहाल जिले के कई गांव अब भी बाढ़ की चपेट में हैं l