News By-नितिन केसरवानी
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में एक ऐसा शिव मंदिर हैं जहां लोग ताले लगाकर अपनी मन्नत मांगते हैं। वहीं सावन के दिनों में इस मंदिर में दूर दराज से आकर लोग मत्था टेकते हैं। जानते हैं इस मंदिर के बारे में। अमूनन मंदिरों में लोग भगवान को श्रद्धा भाव से फूल माला और मिठाई वगैरह चढ़ाते हैं। कई जगहों पर मान्यता के अनुसार लोग वस्त्र और घंटी वगैरह का भी चढ़ावा देते हैं। वहीं देश में एक ऐसा मंदिर है जहां पर आप लोगों के हाथोे में फूल माला या प्रसाद नहीं बल्कि ताला देखेंगे। देश में हजारो-लाखों मंदिर हैं, जिनकी कुछ ना कुछ मान्यता जरूर है।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के कोने-कोने में कई ऐसे मंदिर हैं जहां पर दूर दराज के लोग भी आकर मत्था टेकते हैं। वहीं एक ऐसा मंदिर है जहां पर लोग ताले लगाकर मन्नत मांगते हैं। हम बात कर रहे हैं यहां के नाथेश्वर महादेव मंदिर की। इसे लोग ताले वाले महादेव के भी नाम से जानते हैं। ताले लगातार मन्नत मांगते हैं भक्त संगम नगरी प्रयागराज के मुट्ठीगंज इलाके में ताले वाले महादेव का मंदिर है। मंदिर की भव्यता देखते ही बनती है। यहां पहुंचते ही अलग तरह की शांति मिलती है। वहीं परिसर में लगे लाखों ताले इस बात का प्रमाण हैं कि ताले वाले महादेव को लेकर लोगों में कितनी श्रद्धा भावना है। बता दें कि ये मंदिर सैकड़ों साल पुराना है। लोग मंदिर में बने शिवलिंग की पूजा करते हैं। पूजा के बाद लोग मंदिर परिसर के आसपास ही अपनी मन्नत मांगकर यहां पर ताले लगाते हैं।
ताले वाले महादेव की मान्यता- बता दें कि मंदिर की खिड़कियों और दरवाजों पर कई ताले लगे हैं। कई लोग तो ताले को लॉक करते हुए निशान भी बना देते है। मन्नत पूरी होते ही लोग यहां वापस मत्था टेकने आते हैं। कहते हैं कि इस मंदिर में ताला लगाते हुए अगर कोई मन्नत मांगी जाए तो वो जरूर पूरी होती है। मान्यता तो ऐसी भी है कि अगर मंदिर में आकर लोग अगरबत्ती जलाते हुए महादेव को याद करें तो उन्हें आसपास ही दिव्य शक्ति का भी एहसास होता है। वहीं मान्यता पूरी होने पर लोग ताले खोलने भी आते हैं और इस दिन उत्सव जैसा माहौल होता है।