साइबर क्राइम थाना पुलिस टीम द्वारा डिजिटल अरेस्ट कर 28,62,000 रूपये की ठगी करने वाले 05 अंतर्राज्यीय साइबर ठग गिरफ्तार
News By-नितिन केसरवानी
साइबर क्राइम थाना पुलिस टीम द्वारा डिजिटल अरेस्ट कर 28,62,000 रूपये की ठगी करने वाले 05 अंतर्राज्यीय साइबर ठग गिरफ्तार
प्रयागराज: साइबर क्राइम थाना पर पंजीकृत मु0अ0सं0-43/2024 धारा-351(3)/319(2)/318(4)/308(2) भा0न्या0सं0 व 66(सी)/66(डी) आई0टी0 एक्ट से सम्बंधित 05 अभियुक्त 1. कौस्तुभ गुप्ता पुत्र स्व0 लखन गुप्ता निवासी स्थायी पता ग्राम माधवगढ़ उरई जनपद जालौन वर्तमान पता मूनकोर्ट 03 प्लैट नम्बर 1503 जे0पी0 ग्रीन्स ग्रेटर नोयडा उ0प्र0 2. भानू सैनी पुत्र स्व0 महेश कुमार निवासी स्थायी पता मकान नं0 जी 160 चर्च कम्पाउण्ड जनक नगर सहारनपुर उ0प्र0 वर्तमान पता एन 23/1403 जे0पी0 अमन सेक्टर 151 ग्रेटर नोयडा उ0प्र0 3. अनुराग पुत्र विनोद निवासी जे- 211/1 करतार नगर 13 नम्बर गली दिल्ली 4. शनि झा पुत्र दुर्गेश झा निवासी 89 ए योगेन्द्र बिहार खाडेपुर नौबस्ता कानपुर नगर उ0प्र0 5. हिमांशू कुमार पुत्र श्री शिवकुमार निवासी स्थायी पता ग्राम सरायमिठ्ठे तहसील भरथना जनपद इटावा उ0प्र0 वर्तमान पता ए-22 गली नम्बर 01 अम्बे एन्कलेव चौहान पट्टी असम्बेली करावल नगर दिल्ली को आज दिनांक 30.07.2025 को थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार कर नियमानुसार अग्रिम विधिक कार्यवाही की गयी।
घटना का संक्षिप्त विवरण-
वादी को Fedex International Courrier द्वारा संपर्क कर सूचित किया जाता है कि उसके नाम की आई0डी0 से 70 टेरेरिस्ट अपना काम कर रहे है। जिसमे से एक पार्सल जो कि मुम्बई से ईरान जा रहा था जिसमें ड्रग्स पाया गया है । आपकी आई0डी0 के कारण आप बुरी तरह फँस गये है और क्राइम ब्रांच के अधिकारी आपसे इस संबंध मे बात करेगें, ऐसा कहते हुये वह व्यक्ति वादी को skype प्लेटफार्म के माध्यम से 04 फेक क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर वादी को गिरफ्तारी का डर दिखाते हुए धमकाकर वादी से दिये खातो में 28,62,000 रूपये ट्रान्सफर कराया गया ।
अपराध का तरीका –
गिरफ्तार किये गये गैंग के सदस्यों से पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आया कि ये लोग टेलीग्राम के माध्यम से बाहरी देशों साउथ एशियन देश(लाओस,मलेशिया,कम्बोडिया,वियतनाम,चीन,थाइलैण्ड आदि) में बैठे साईबर ठगों से टेलीग्राम के माध्यम से जुड़े हुये है । इनका नेक्सस 02 स्तर में काम करता है पहले स्तर में बाहरी देशों में बैठे साईबर ठग भारत में बैठे उनके एजेन्ट्स के माध्यम से भारत के लोगों को विभिन्न प्रलोभन, धमकी (इनवेस्टमेन्ट स्कैम, आनलाइन गेमिंग स्कैम, डिजिटल अरेस्ट, बड़े-बड़े बिजनेसमैन/नेताओं की फर्जी वाट्सएप डी0पी0 लगाकर ठगी) आदि विभिन्न तरीको से सम्पर्क करतें है । विभिन्न प्रलोभन, धमकी (इनवेस्टमेन्ट स्कैम, आनलाइन गेमिंग स्कैम, डिजिटल अरेस्ट, बड़े-बड़े बिजनेसमैन/नेताओं की फर्जी वाट्सएप डीपी लगाकर ठगी) आदि के माध्यम से अपने झाँसे मे लेकर लोगों से ये लोग अपने बतायें हुये खातों में पैसे ट्रान्सफर करवा लेते है । जिसके बाद दूसरे स्तर पर बैठे एजेन्ट्स भारत के विभिन्न राज्यों के लोगों को पैसे कमाने का लालच देकर उनसे उनके करेन्ट/सेविंग एकाउन्ट खुलवाकर उन्हें अपने पास बुलवातें है । एकाउन्ट संबंधी दस्तावेज (चेकबुक, एटीएम, इन्टर्नेट बैंकिग पासवर्ड आदि) लेकर ओ0टी0पी0 फारवर्डर ऐप को संबंधित बैंक मे रजिस्टर्ड मोबाइल नं0 वाले फोन में इन्सटाँल करवाते है, जिससे बैंक द्वारा ट्रान्जैक्शन के दौरान आने वाली बैंक ओ0टी0पी0 सीधे बाहरी देशों में बैठे साइबर ठगों के पास पहुँचती है । जिसके बाद वो लोग विभिन्न प्रकार की साइबर ठगी मे खाते का इस्तेमाल करके उन खातों मे ट्रान्जैक्शन कराते है व यू0एस0डी0टी0 (क्रिप्टो करेन्सी) के माध्यम से भारत मे बैठे एजेन्टो को उनका कमीशन दे देते है । गिरफ्तारी व अपनी पहचान गोपनीय रखने हेतु उपरोक्त अभियुक्त वी0पी0एन0 एवं आई0पी0 बाउन्स कराने जैसी तकनीकि का इस्तेमाल करतें है । टेलीग्राम ग्रुप के जाँचोपरान्त यह भी प्रकाश मे आया है कि ये लोग टेलीग्राम के अनेको ग्रुपों मे जुडे हुये है, जिसमे ये लोग साइबर ठगी के लिये लाओस, मलेशिया, कम्बोडिया,वियतनाम,चीन,थाइलैण्ड आदि के लोगो को एकाउन्ट सप्लाई करते है।
नोट-एन0सी0आर0पी0 पोर्टल पर उपरोक्त प्रकरण से सम्बन्धित 14 अन्य राज्यो में भी शिकायत पंजीकृत है ।
* साइबर अपराध के प्रति जागरुगता ही बचाव है। साइबर अपराध के शिकार होने पर तत्काल 1930 पर आनलाइन शिकायत करे अथवा www.cybercrime.gov.in पर शिकायत पंजीकत करें। या अपने नजदीकी थाने की साइबर हेल्प डेस्क पर पहुँच कर लिखित शिकायत करें।
* सतर्क रहे, जागरुक रहे ।
* साइबर क्राइम पुलिस उत्तर प्रदेश सदैव आपकी सेवा में तत्पर।