जिलाधिकारी ने खुरपका-मुंहपका टीकाकरण के लिए बहुद्देशीय पशु चिकित्सा सचल वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना
News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी ने राष्ट्रीय पशु रोग नियन्त्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत खुरपका-मुंहपका टीकाकरण के लिए बहुद्देशीय पशु चिकित्सा सचल वाहनों को कलेक्ट्रेट परिसर से हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय पशु रोग नियन्त्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत दिनांक 23 जुलाई,2025 से खुरपका-मुंहपका टीकाकरण अभियान संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद में समस्त गौवंशी पशुओं एवं महिषवंशीय पशुओं का टीकाकरण किया जाना है (04 माह से छोटे एवं 08 माह से ऊपर ग्याबन पशुओं को छोड़कर)। उन्होंने बताया कि खुरपका-मुंहपका एक विषाणु जनित संक्रामक रोग है,जिसके संक्रमण में आ जाने के उपरान्त पशु को तेज बुखार आता है, मुंह से लार गिरती है, मुंह एवं पैरों में छाले पड़ जाते है, पशु चारा खाना छोड़ देता है, दुग्ध उत्पादन घटते-घटते शून्य हो जाता है। ग्याबन पशु बच्चा गिरा देता है और अगर सही समय पर उपयुक्त इलाज नहीं दिया गया तो पशु की मौत भी हो जाती है। इस रोग से विदेशी नस्ल की गाय ज्यादा प्रभावित होती है। इस रोग से बचाव के लिए टीकाकरण मात्र एक रास्ता है। राष्ट्रीय पशु रोग नियन्त्रण कार्यक्रम केन्द्र सरकार द्वारा पोषित है एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित है। अभियान के अंतर्गत समस्त पशु पालकों के द्वार पर उनके पशुओं में नि:शुल्क टीकाकरण किया जाता है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि इस कार्यक्रम में टीकाकरण से पूर्व कान में छल्ला डलवाना अनिवार्य है। टीकाकरण उपरान्त टीम द्वारा पशुओं में किए गए टीकाकरण को “भारत पशुधन एप” पोर्टल पर अपलोड किया जाना है, जिसके उपरान्त ही टीकाकरण कर्मी को उसके मानदेय दिए जाने का प्राविधान है।
उन्होंने पशुपालकों से अनुरोध किया है कि पशुपालन विभाग द्वारा चलाए जा रहे अभियान के अन्तर्गत,जो 45 दिनों तक चलेगा,के दौरान टीका कर्मियों का सहयोग करते हुए अपने समस्त पशुओं में टीका लगवाए एवं टीकाकरण कार्य से पूर्व ईयर टैग (छल्ला) अवश्य लगवायें। इसके साथ ही अपने गाँव में टीकाकरण की तारीख जानने के लिए अपने ग्राम प्रधान अथवा विकास खण्ड पर स्थित पशु चिकित्साधिकारियों से सम्पर्क करें।