वार्ड क्रमांक 5 में घटिया नाली निर्माण पर भड़के पार्षद दीपक कोल
प्रशासन को सौंपा शिकायत-पत्र, गुणवत्ताहीन कार्य पर जाँच और कार्रवाई की माँग
वार्ड क्रमांक 5 में घटिया नाली निर्माण पर भड़के पार्षद दीपक कोल:
प्रशासन को सौंपा शिकायत-पत्र, गुणवत्ताहीन कार्य पर जाँच और कार्रवाई की माँग
अनूपपुर
नगर परिषद बरगवां-अमलाई के वार्ड क्रमांक 05 में जारी RCC नाली निर्माण कार्य को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। स्थानीय पार्षद दीपक कोल ने निर्माण में घोर लापरवाही और गुणवत्ता मानकों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए मुख्य नगर पालिका अधिकारी को लिखित शिकायत सौंपी है।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि यदि समय रहते कार्य की समीक्षा और जाँच नहीं की गई, तो जनता को निकट भविष्य में भारी असुविधा और नुकसान उठाना पड़ सकता है।
क्या है मामला?
वार्ड क्रमांक 5 में नाली निर्माण का कार्य इन दिनों तेज़ी से चल रहा है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में जलभराव से मुक्ति दिलाना है। लेकिन निर्माण की गुणवत्ता को लेकर पार्षद दीपक कोल ने गंभीर आपत्ति जताई है।
उनके अनुसार:
नाली की ढलाई, गहराई और सामग्री की गुणवत्ता बेहद खराब है। निर्माण मानकों का पालन नहीं हो रहा। यह निकट भविष्य में क्षतिग्रस्त हो सकती है, जिससे जनता को परेशानी झेलनी पड़ेगी। ❞
पार्षद की प्रमुख माँगें:
निर्माण स्थल का तत्काल निरीक्षण कर स्थिति का आकलन किया जाए।प्रयुक्त सामग्री (सीमेंट, रेत, गिट्टी) की गुणवत्ता की प्रयोगशाला जांच कराई जाए।निर्माण की माप-दंडों — गहराई, चौड़ाई, और ढलाई की मोटाई — की जाँच सुनिश्चित की जाए।अगर कार्य में खामी पाई जाए तो संविदाकार के विरुद्ध सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाए।स्थानीय नागरिकों की चिंता भी वाजिब:,वार्डवासियों ने भी निर्माण कार्य को लेकर असंतोष जताया है। उनका कहना है कि:
अगर इस स्तर की नाली बारिश से पहले बनती है और वह भी इस गुणवत्ता से, तो इसका टिकना मुश्किल है। फिर अगले साल फिर से खुदाई, फिर से बजट और फिर से परेशानी — आखिर जनता की गाढ़ी कमाई का हिसाब कौन देगा? ❞
प्रशासन के लिए चेतावनी भी है और सुधार का अवसर भी:
यह मामला महज़ एक नाली निर्माण का नहीं, बल्कि प्रशासनिक जिम्मेदारी, पारदर्शिता और जनधन की ईमानदारी से निगरानी का विषय है। यदि समय रहते कार्य का परीक्षण और सुधार नहीं किया गया, तो यह जनता के बीच नगर परिषद की साख पर सीधा प्रहार होगा।
पार्षद की मुखरता, जनता की सजगता — अब प्रशासन की बारी
पार्षद दीपक कोल द्वारा उठाई गई आवाज़ सिर्फ एक वार्ड की नहीं, बल्कि हर उस नागरिक की है जो चाहता है कि नगर विकास में गुणवत्ता और जवाबदेही हो।
अब निगाहें मुख्य नगर पालिका अधिकारी और प्रशासन पर हैं —
क्या वे इस शिकायत को गंभीरता से लेंगे?क्या मौके पर निरीक्षण कर गुणवत्ताविहीन निर्माण पर कार्रवाई की जाएगी?
या फिर जनता एक और अधूरी परियोजना का खामियाजा भुगतने को मजबूर होगी?
यह नाली नहीं, प्रशासनिक दृष्टिकोण की परीक्षा है।
यह निर्माण नहीं, जनधन के सम्मान की लड़ाई है।
और यह मुद्दा सिर्फ वार्ड 5 का नहीं — पूरे निकाय की जवाबदेही का प्रतीक है।