बैतूल में बढ़ती “चिंदी चोर पत्रकारिता गैंग” – सीएम हेल्पलाइन बना दबाव का हथियार
समझिए 181 कैसे बना वसूली अस्त्र - पंचायत स्तर तक फैल रही फर्जी पत्रकारिता की बीमारी
बैतूल में बढ़ती “चिंदी चोर पत्रकारिता गैंग” – सीएम हेल्पलाइन बना दबाव का हथियार
समझिए 181 कैसे बना वसूली अस्त्र – पंचायत स्तर तक फैल रही फर्जी पत्रकारिता की बीमारी
मनीष कुमार राठौर
। 8109571743
भोपाल/बैतूल । बैतूल जिले में पत्रकारिता के नाम पर अवैध वसूली का नया ट्रेंड सामने आ रहा है। कुछ तथाकथित पत्रकार ग्रामीण इलाकों—विशेषकर भीमपुर, आठनेर, मुलताई और घोड़ाडोंगरी — में घूम-घूमकर ग्राम पंचायतों, स्कूल, छात्रावास व ग्रामीण यांत्रिकी के साथ पीएचई के अधिकारियों और कर्मचारियों पर सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से शिकायतें दर्ज कर दबाव बना रहे हैं। जबकि यह फर्जी गैंग उस ग्राम पंचायत के रहवासी भी नहीं फिर भी मुख्यालय पर बैठें बैठें सीएम हेल्पलाइन लगा कर फोन पेय पर वसूली किए जा रहे है । फर्जी पत्रकारों का मालूम करना है तो देखिए उनके द्वारा एक ब्लॉक में कितनी और किन किन विभाग में सीएम हेल्पलाइन लगाई गई है । जब जांच होगी तब मालूम होगा कि बिना समाचार लगाए इनके द्वारा सिर्फ सीएम हेल्पलाइन लगा कर दबाओ बनाया जा रहा है । जबकि चार लाइन लिखने के लिए चिंदी चोर चारों खाने चित हो जाते है ।
इन शिकायतों का निराकरण समय सीमा में होना अनिवार्य होने के कारण, संबंधित अधिकारियों को मजबूरन इन तथाकथित पत्रकारों की बातों में आना पड़ता है, जिससे यह एक प्रकार का अवैध वसूली का हथकंडा बन चुका है, यह देखा गया है कि ये लोग खुद को पत्रकार बताकर सरकारी तंत्र पर दबाव डालते हैं, और समाचार पत्रों या पोर्टलों के नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं। पत्रकारिता जैसे गरिमामयी पेशे को इन व्यक्तियों ने बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
वास्तविक पत्रकारिता, जो समाज और शासन के बीच सेतु का कार्य करती है, आज कुछ स्वार्थी तत्वों के कारण विश्वास की हानि झेल रही है। ऐसे लोग न केवल पत्रकारिता के मूल उद्देश्य को कमजोर कर रहे हैं, बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को भी कलंकित कर रहे हैं, यह पहली बार नहीं है — पूर्व में भी ऐसे व्यक्ति अन्य समाचार माध्यमों के नाम का उपयोग कर अवैध वसूली की गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं।
प्रशासन और मीडिया संगठनों को मिलकर ऐसे फर्जी पत्रकारों पर कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि पत्रकारिता की साख और जनता का भरोसा बना रह सके।