Breaking News in Primes

मझौली से ब्यौहारी का सफर करने के लिए 30 किलोमीटर की जगह डेढ़ सौ किलोमीटर की तय करनी पड़ेगी दूरी।

इतने दिन तक जनता भुगतेगी अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा 

0 139

मझौली से ब्यौहारी का सफर करने के लिए 30 किलोमीटर की जगह डेढ़ सौ किलोमीटर की तय करनी पड़ेगी दूरी।

 

इतने दिन तक जनता भुगतेगी अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा

 

एमपी आरडीसी की रोड की रोड क्षतिग्रस्त होने से आवा गवन में लगा प्रतिबंध।

 

*अरविंद सिंह परिहार सीधी*

 

मामला सीधी से मझौली होते हुए होते हुए ब्यौहारी एमपी आरडीसी रोड का है जहां बनास नदी के पुल के पास ब्यौहारी तरफ की रोड अतिवृष्ट वर्ष के कारण कट चुकी है कोई अपनी घटना घटित ना हो जिसके लिए मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम मध्य प्रदेश शासन उपक्रम कार्यालय संभागीय प्रबंधक संभाग रीवा द्वारा कलेक्टर सीधी शहडोल को पत्र जारी कर सड़क के मरम्मत कराए जाने के लिए 15 दिवस के लिए आवा गमन प्रतिबंधित किए जाने का पत्र भेजा है। भेजे गए पत्र में वर्णित किया गया है कि अत्यधिक वर्षा होने के कारण रोड का कुछ भाग कट गया है जिससे रोड क्षतिग्रस्त हो गई है किसी तरह की कोई यात्री घटना घटित ना हो तथा रोड का मरम्मत कर किया जा सके जिसके लिए आवा गमन प्रतिबंधित किया जाए।

 

इस रोड के आवागमन प्रतिबंधित होने से जैसे की पत्र में रूट चार्ट दिया गया है मझौली से सीधी, सीधी से चुरहट, चुरहट से बघवार, बघवार से व्यवहारी वही ब्यौहारी तरफ से आने वाले वाहन के लिए ब्यौहारी से बघवार, बघवार से चुरहट, चुरहट से सीधी, सीधी से मझौली के सफर करने के लिए 30 किलोमीटर की दूरी के स्थान पर लगभग डेढ़ सौ किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी इससे एक और जहां खराब सड़क एवं दूरी से लोगों को भारी परेशानी एवं मुसीबत खेलने पर सकती है वही 4 से 5 गुना अधिक किराया भी चुकाना पड़ेगा।

 

*सड़क के प्रकरण एवं गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल*

 

सीधी से ब्यौहारी बनाई गई एमपी आरडीसी की रोड जो की जीवीआर कांट्रेक्शन कंपनी द्वारा निर्माण कराई गई है एक तरफ से बन रही थी दूसरे तरफ से उखड़ रही थी इसी तरह मेंटेनेंस के नाम पर मुरूम मिट्टी रखड़ डालते हुए किसी तरह समय व्यतीत किया जा रहा है बताया तो यह भी जा रहा है कि इस रोड की मेंटेनेंस के लिए शासन स्तर से भी राशि ब्यय की गई है जिसकी पुष्टि अपना पेपर पोर्टल नहीं करता। भले ही इस रोड के एग्रीमेंट खत्म हो गया हो या होने वाला हो लेकिन इस रोड की हालत जस की तस्वीर बनी रह गई। यह पहली दफा नहीं है जबकि यह रोड वही हो इसके पूर्वी एक दो बार यहां से यह रोड बह चुकी है लेकिन इसके सुधार के लिए समुचित प्रकलन तैयार नहीं किया गया बस वही मेंटेनेंस के नाम पर मुरूम मिट्टी दाल बना दी जाती है जो बारिश होने पर बह जाती है। जिससे क्षेत्रीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करते हुए आर्थिक क्षेत्र हानि भी उठानी पड़ रही है। फिर हाल अभी तक जिला कलेक्टरों का पत्र नहीं उपलब्ध हो सका है कि आवा गमन प्रतिबंधित किया गया या नहीं अगले अंक में वास्तविक जानकारी के साथ खबर प्रकाशन किया जाकर अवगत कराया जाएगा।

देखिए पत्र और फोटो

Leave A Reply

Your email address will not be published.

Don`t copy text!