Breaking News in Primes

साइबर अपराधों से सावधान! कौशाम्बी पुलिस की जन जागरूकता पहल

0 36

हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: जनपद में बढ़ते साइबर अपराधों पर लगाम लगाने और जनता को जागरूक करने के उद्देश्य से साइबर क्राइम थाना, कौशाम्बी ने एक विस्तृत प्रेस नोट जारी किया है. इसमें विभिन्न प्रकार के साइबर घोटालों और उनसे बचाव के तरीकों पर प्रकाश डाला गया है
नागरिकों को किसी भी अनजान कॉल या वीडियो कॉल पर सावधानीपूर्वक प्रतिक्रिया देने की सलाह दी गई है. भारतीय कानून में ‘डिजिटल अरेस्ट’ का कोई प्रावधान नहीं है. यदि आपको ऐसी कोई कॉल आती है, तो घबराएं नहीं और तुरंत अपने नजदीकी पुलिस थाने से संपर्क करें. कोई भी सरकारी एजेंसी या पुलिस वीडियो कॉल, व्हाट्सएप या स्काइप के माध्यम से पूछताछ या गिरफ्तारी नहीं करती है; ऐसी कॉलों को तुरंत काट दें. पुलिस या सरकारी एजेंसियां कभी भी वीडियो कॉल के माध्यम से व्यक्तिगत जानकारी, बैंक स्टेटमेंट या पैसे की मांग नहीं करती हैं.
साइबर अपराधी अक्सर खुद को पुलिस, सीबीआई, एंटी करप्शन अधिकारी, एयरपोर्ट अधिकारी या साइबर क्राइम यूनिट का सदस्य बताकर फोन कॉल, व्हाट्सएप मैसेज या ईमेल के जरिए संपर्क करते हैं. वे पीड़ितों को विश्वास दिलाने के लिए आधिकारिक दिखने वाले दस्तावेज, स्क्रीनशॉट, अधिकारियों की तस्वीरें, फर्जी थाने/ऑफिस की फोटो या डीपफेक वीडियो भी भेज सकते हैं. ऐसी किसी भी गतिविधि पर ध्यान न दें और उन्हें नजरअंदाज करें.
साइबर अपराधी धन दोगुना करने का लालच देकर फर्जी लिंक या एपीके फाइल भेजते हैं. यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कोई भी एजेंसी या संस्था तुरंत धन दोगुना नहीं करती है. इसके अलावा, लॉटरी में गाड़ी जीतने का झांसा देकर ट्रांसपोर्ट के पैसे मांगने वाली कॉल्स से भी बचें, क्योंकि ऐसी कोई कंपनी नहीं है जो लॉटरी के माध्यम से गाड़ियां दे. ऐसी कॉल्स को नजरअंदाज कर दें.
बैंक संबंधी धोखाधड़ी से बचाव
किसी भी अनजान नंबर से आने वाली कॉल को गौर से देखें और यदि आप परिचित नहीं हैं तो उन्हें रिसीव न करें. साइबर अपराधी बैंक अधिकारी बनकर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) मांगने के लिए कॉल कर सकते हैं. ऐसे कॉल्स पर विश्वास न करें और सीधे अपने बैंक से संपर्क करें. बैंक अधिकारी कभी भी कॉल के माध्यम से केवाईसी अपडेट करने, क्रेडिट कार्ड एक्टिवेट करने, क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने या कोई एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए नहीं कहते हैं. ऐसी कॉल्स को तुरंत काट दें.
किसी भी संदिग्ध कॉल या साइबर अपराध की घटना की शिकायत तुरंत वेबसाइ पर या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दर्ज कराएं. यह जनहित में जारी किया गया है ताकि लोग साइबर अपराधों से सुरक्षित रह सकें.

Leave A Reply

Your email address will not be published.

Don`t copy text!