गुरु पूर्णिमा पर नगर परिषद उपाध्यक्ष डॉ. राज तिवारी का संदेश: “गुरु के बिना अधूरा है जीवन, सजग रहना आवश्यक”
गुरु पूर्णिमा पर नगर परिषद उपाध्यक्ष डॉ. राज तिवारी का संदेश: “गुरु के बिना अधूरा है जीवन, सजग रहना आवश्यक”
अनूपपुर – गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर नगर परिषद उपाध्यक्ष डॉ. राज तिवारी ने गुरुओं के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जीवन में गुरु का होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि “गुरु न केवल ज्ञान का स्रोत होते हैं, बल्कि वे जीवन के हर मोड़ पर हमारा मार्गदर्शन करते हैं। हमें सदैव सजग रहना चाहिए कि हम किसके सान्निध्य में हैं, क्योंकि एक सच्चा गुरु जीवन की दिशा बदल सकता है।”
डॉ. तिवारी ने यह भी कहा कि गुरु का सम्मान केवल परंपरा नहीं, बल्कि एक ज़रूरत है। आज के समय में जब नैतिक मूल्यों में गिरावट देखी जा रही है, ऐसे में गुरु का मार्गदर्शन और भी अधिक आवश्यक हो गया है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपने जीवन में एक ऐसे मार्गदर्शक को स्थान दें, जो उन्हें सही दिशा दिखा सके।
गुरु पूर्णिमा के इस अवसर ने एक बार फिर यह स्मरण कराया कि ज्ञान, संस्कार और दिशा देने वाले गुरुओं की भूमिका हमेशा सर्वोपरि रही है। डॉ. राज तिवारी का यह संदेश आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्पद है।