भवानी मंडी में गुरु पुर्णिमा पर गुरु वंदन के साथ विशेष योग “गुरु गोबिंद दोउ खड़े, काके लागूं पाय।
बलिहारी गुरु आपने, गोबिंद दियो बताय।।”
संवादाता ओम सोनी
भवानी मंडी में गुरुपूर्णिमा उत्सव पर मंदिरों में आयोजन हुए
गुरु पूर्णिमा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है इस पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था जिन्होंने चारों वेदों का ज्ञान दिया था।गुरु पुर्णिमा के अवसर पर सुबह से ही श्रद्धालु मंदिरों में प्रभु दर्शन ओर गुरु वंदन को पहुंचने लगे।नगर के सभी मंदिर एवं देव स्थानों पर इस दिन विशेष पूजा हवन के साथ प्रसाद वितरण किया गया। भवानीश्वर शिवालय मंदिर विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष हरीश योगी ने बताया गुरु पूर्णिमा पर मेला मैदान स्थित शिवालय में ध्वज पूजन ट्रस्ट के संरक्षक डॉ. जे. के. अरोड़ , ट्रस्ट सदस्यों एवं भक्तो द्वारा किया गया महाआरती के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया। इसी के साथ प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में आने वाले भाई बहिनों ने संचालिका ब्र.कु. निशा दीदी का कंकु अक्षत कर फूल माला व पगडी पहनाकर तथा श्रीफल भेंट कर बहुमान किया
*पचपहाड़* – सिखवाल ब्राह्मण समाज द्वारा गुरू पूर्णिमा के अवसर पर अपने आराध्य महर्षि श्रृंग ऋषि जयन्ती धूमधाम एवं श्रृद्वा से मनायी गई। इस अवसर पर पचपहाड में सभी समाज बन्धुओं ने नीलकण्ठ महादेव मन्दिर में उपस्थित होकर परम गुरू श्रृंग ऋषि की पूजा अर्चना व महाआरती की। इस अवसर पर भवानीमंडी एवं पचपहाड़ में बडी संख्या में समाज बन्धु एकत्रित हुए और सामुहिक भोज का आयोजन हुआ।
गायत्री प्रज्ञापीठ पचपहाड़ पर 5 कुंडीय यज्ञ का आयोजन हुआ जिसमे कई श्रद्धालुओ ने गुरु पूजन कर श्रद्धा से आहुतियां दी इस कार्यक्रम में विशेष उपस्थित प्रेम नारायण शर्मा इंदौर की रही।साथ ही कार्यक्रम में गायत्री परिवार ट्रस्ट शाखा पचपहाड़ के अध्यक्ष राधेश्याम वेद, भैरूलाल निराला, जगदीश नागर, फोरसिंह चौहान और गोविंद सिंह परिहार उपस्थित रहे।
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