जल संरक्षण में उत्कृष्टता और निर्वाचन क्षेत्र में प्रशिक्षण उपलब्धि।
*बिजुरी नगर पालिका ने रचा दोहरी सफलता का इतिहास-*
*मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा सम्मानित, निर्वाचन आयोग के राष्ट्रीय प्रशिक्षण में भी चमका बिजुरी का नाम-*
बिजुरी।
मध्यप्रदेश के सीमांत क्षेत्र बिजुरी नगर पालिका ने एक साथ दो क्षेत्रों में अपनी उत्कृष्टता का परचम लहराते हुए जिले को गौरवान्वित किया है। एक ओर “जल गंगा संवर्धन अभियान” के अंतर्गत उल्लेखनीय कार्यों के लिए नगर पालिका को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा 30 जून को खंडवा में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सम्मानित किया गया, वहीं दूसरी ओर भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय बीएलओ प्रशिक्षण कार्यक्रम में पंकज श्रीवास्तव का चयन कर बिजुरी ने निर्वाचन क्षेत्र में भी अपनी योग्यता सिद्ध की।
*जल संरक्षण में सीमांत नगर ने रचा इतिहास-*
कोयलांचल क्षेत्र होने के बावजूद बिजुरी नगरपालिका ने जल संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए सीमित संसाधनों में बड़ी उपलब्धि हासिल की।
एसईसीएल के सहयोग से जल-संवर्धन की दिशा में अनेक ठोस कदम उठाए गए, जिनमें प्रमुख हैं:-
वर्षा जल संचयन प्रणाली की स्थापना, जर्जर जल टंकियों का जीर्णोद्धार,पाइपलाइन लीकेज की रोकथाम, जल रिसाव नियंत्रण व्यवस्था और जनजागरूकता अभियान।
इन प्रयासों की परिणति उस राज्य स्तरीय सम्मान के रूप में हुई, जिसे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंच से प्रदान किया। यह सम्मान बिजुरी की जनता, जनप्रतिनिधियों और नगर प्रशासन के साझा प्रयासों का फल है, जिसने यह सिद्ध किया कि एक सीमांत नगरी भी नीति, समर्पण और नेतृत्व से पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा स्रोत बन सकती है।
*निर्वाचन प्रशिक्षण में बिजुरी की सहभागिता, पंकज श्रीवास्तव का चयन-*
बिजुरी की दूसरी उपलब्धि भी कम महत्वपूर्ण नहीं। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 23 और 24 जून को नई दिल्ली स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्शन मैनेजमेंट (IIIDEM) में आयोजित द्विदिवसीय बीएलओ प्रशिक्षण कार्यक्रम में नगर पालिका क्षेत्र के पंकज श्रीवास्तव का चयन हुआ।
इस प्रशिक्षण में बीएलओ की भूमिका, मतदाता सूची का संधारण, पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया जैसे विषयों पर गहन जानकारी दी गई। प्रशिक्षण उपरांत पंकज श्रीवास्तव को निर्वाचन आयोग द्वारा प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।
गौरतलब है कि इस राष्ट्रीय स्तरीय प्रशिक्षण के लिए अनूपपुर जिले से केवल तीन प्रतिनिधियों को चयनित किया गया, जिनमें बिजुरी से प्रतिनिधित्व होना नगर की साख को और मजबूत करता है।
*बिजुरी बना प्रेरणांचल: दो उपलब्धियों से रोशन हुआ नाम-*
जल संरक्षण के क्षेत्र में राज्य स्तरीय सम्मान और निर्वाचन प्रशिक्षण में राष्ट्रीय स्तर की भागीदारी—दोनों उपलब्धियों ने यह साबित कर दिया है कि बिजुरी अब सिर्फ एक कोयलांचल नहीं, बल्कि विकास और जागरूकता का प्रेरणांचल बन रहा है।
यह दोहरी सफलता न केवल नगरवासियों के लिए गर्व का विषय है, बल्कि सम्पूर्ण अनूपपुर जिले के लिए एक नई प्रेरणा और मार्गदर्शक दृष्टांत है।
*“जब नीति, नीयत और नेतृत्व एकजुट हों, तो सीमांत भी शिखर बन सकता है।”*