ग्वालियर हाईकोर्ट में बाबा साहब की प्रतिमा स्थापना की मांग को लेकर “संविधान सत्याग्रह” कार्यक्रम आयोजित
बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने की मांग
**ग्वालियर हाईकोर्ट में बाबा साहब की प्रतिमा स्थापना की मांग को लेकर “संविधान सत्याग्रह” कार्यक्रम आयोजित**
बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने की मांग
हरसूद/ग्वालियर उच्च न्यायालय परिसर में भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने की मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी के निर्देशानुसार प्रदेश स्तरीय “संविधान सत्याग्रह” कार्यक्रम का आयोजन 23 से 25 जून 2025 तक किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत 23 जून को हरसूद विधानसभा क्षेत्र के रोशनी ब्लॉक अंतर्गत ग्राम लंगोटी की दलित बस्तियों में रचनात्मक आयोजनों के साथ हुई। यहां ब्लॉक स्तरीय परिचर्चा, चौपाल चर्चा और समाजजागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ता एवं ग्रामवासी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
**24 जून को सामूहिक भोज व संविधान चर्चा**
दूसरे दिन 24 जून को लंगोटी ग्राम की दलित बस्ती में सामूहिक भोज का आयोजन हुआ, जहां संविधान की भावना, सामाजिक न्याय एवं बाबा साहब की मूर्ति स्थापना को लेकर गहन चर्चा की गई। इस दौरान कांग्रेसजन और ग्रामीणों ने एकजुट होकर सामाजिक समरसता और न्याय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई।
**25 जून को ग्वालियर में राज्य स्तरीय उपवास**
कार्यक्रम के अंतिम दिन 25 जून को ग्वालियर में प्रदेश स्तर पर एक दिवसीय उपवास का आयोजन किया गया, जो सुबह 11:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक चला। इस आयोजन में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता, सांसद, विधायक, पीसीसी सदस्य, जिला एवं ब्लॉक अध्यक्ष, आदिवासी कांग्रेस, महिला एवं युवा मोर्चा के पदाधिकारी सहित 2023 विधानसभा एवं 2024 लोकसभा के प्रत्याशी उपस्थित हुए।
**विशिष्ट अतिथि और सहभागिता**
हरसूद ब्लॉक के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस प्रदेश महासचिव सुरेश पवार उपस्थित रहे। उनके साथ विजय खंडेल, NSUI महासचिव अमन बकोरिया, ब्लॉक अध्यक्ष अर्जुन कासडे, कार्यकारिणी अध्यक्ष प्रकाश साईचर, जनपद सदस्य कमल नवरे, मंडलम उपाध्यक्ष भीमसिंह सुचार, युवा प्रभाग अध्यक्ष सोमलाल काजले,सरोज बघेल (जिला संगठन मंत्री महिला कांग्रेस ),सहित अनेक कांग्रेस कार्यकर्ता एवं नेता शामिल रहे।
कार्यक्रम का संचालन शांतिपूर्ण एवं सफलतापूर्वक किया गया। संविधान की रक्षा एवं बाबा साहब के सम्मान हेतु यह सत्याग्रह एक मजबूत संदेश लेकर सामने आया।