लोकतंत्र में क्या कर रहे हैं ? आपकी मंत्री कलेक्टर , दूसरे जगह के विधायक सब जाते हैं आपके क्षेत्र के समस्या के लिये
देवसर विधायक राजेंद्र मेश्राम का एक संदेश आया है लोकतंत्र के प्रति जागरूकता का की कांग्रेस ने इमरजेंसी लगाई लोग जेलों में भेजे गये ,मीडिया पर प्रतिबंध लगा उस आपातकाल में वाकई बहुत बूरे दिन थे जिसका खामियाजा कांग्रेस भूगत रही है। सिंगरौली में भी कांग्रेस ने जो दुर्दशा किया है उसका खामियाजा हमारे बुजुर्गों ने रिहंद में हो या एनटीपीसी में हो जमीन देकर 800 या 8 हजार मुआवजा पाकर अंधेरे में रहकर गुजारा
इस इमरजेंसी को याद दिलाते हुए दुष्यंत कुमार लिखते हैं-
तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं ,अजब तो यह है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं , तू इस मशीन का पुर्जा भर है ,मशीन नहीं,
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आज आप लोकतंत्र में क्या कर रहे हैं ? आपकी मंत्री कलेक्टर , दूसरे जगह के विधायक सब जाते हैं आपके क्षेत्र के समस्या के लिये लेकिन आप अडानी मोह से बाहर निकलकर क्यों नहीं उनसे पीड़ित लोगों से मिलते बात इमरजेंसी की कर रहे हैं तो क्यों नही फर्जी मुकदमे में बंद किये गये मृतक की रिहाई की बात करते? अडानी की गाड़ियां लगातार लोगो को कुचलकर जान ले रहा है क्यों नही कभी एक शब्द बोलते? क्या लोकतंत्र में आपकी जिम्मेदारी नही है?
आप समझदार हैं , शिक्षित हैं इसका मैने हमेशा से सम्मान किया है लेकिन आज जो हो रहा है उसपर ये मंथन जरूर करियेगा- याद करिये जब आप 5 साल बीच मे विधायक नही थे ,उस दौरान लोगो से क्या क्या बोले हैं, हमे सब मालूम है- वो हमारा घर है जहां से आप विधायक है। हम अडानी के लिये समझौता नहीं करेंगे-
लोगों ने ही आपको बनाया है अडानी ने नही इसलिए कंपनी से पीड़ित जनता के पास जाकर उनकी समस्याओं को सुनिये और समाधान करने का प्रयास करिये-