मां रतनगढ़ माई के इतिहास को छेड़ने की कोशिश बर्दास्त नहीं होगी
लोकेशन = दतिया/ सेवड़ा
रिपोर्ट = आशीष मिश्रा 9039546290
सर्ब समाज के सेंकड़ों लोगों ने माई के जयकारों के साथ सेवड़ा एसडीएम महोदय को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन दाताओं ने कसेरुआ निवासी डॉ.सीताराम पाल पर रतनगढ़ के इतिहास से छेड़छाड़ की कोशिश और रतनगढ़ पर अतिक्रमण जमाने के लगाए आरोप।
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आज दोपहर 1 बजे सेवढ़ा तहसील क्षेत्र के सैंकड़ों लोगों ने तहसील कार्यालय पर आकर रतनगढ़ माई के जयकारों के साथ एसडीएम अशोक अवस्थी जी को एक ज्ञापन सौंपा !
ज्ञापन में दतिया जिले के प्रसिद्ध लेखकों जिनमें श्रद्धेय गंगाराम शास्त्री जी,डॉ.कामिनी जी,,रामस्वरूप ढेंगुला ,बलराम सिंह राजपूत, हरीशचंद्र गौर, श्रीराम बुधौलिया,एम एल प्रभाकर,रमाशंकर नगरिया,डॉ.रत्नेश बाल,रक्षारमण बैध द्वारा रतनगढ़ के इतिहास पर आधारित लिखित पुस्तकों का हवाला देते हुए बताया गया है कि रतनगढ़ का इतिहास परमार वंश का इतिहास है चू़ंकि माई को देश विदेश के सभी साधक मानते पूजते हैं तो माई सबकी हैं । पर कसेरुआ निवासी डॉ.सीताराम पाल द्वारा खुद को रतनगढ़ राजवंश का बताया जाकर श्रद्धालुओं को गुमराह करने का काम किया जा रहा है जो पूर्णतः गलत है ।
लोगों ने रतनगढ़ माई ट्रस्ट के सचिव एसडीएम महोदय को ज्ञापन देकर मांग की है कि संलग्न तथ्यों के आधार पर पूरे मामले को देखें व उचित कार्यवाही कर जगत प्रसिद्ध मां रतनगढ़ माई के इतिहास को बचाने मंदिर परिसर में शिलालेख लगवाएं।
ज्ञापन सौंपने वालों में
शिरोमणि सिंह सोलंकी करणी सेना जिला अध्यक्ष माई के अनन्य भक्त
कृष्णपाल सिंह चंदेल जिलाध्यक्ष करणी सेना भारत दतिया ,सोनू गतवार थरेट, राघवेंद्र सिंह परमार ,रवि ठाकुर दतिया ,राहुल राजा परमार, विक्की स्वामी धर्मेंद्र ,राधारमण शर्मा, विकाश भैया, जय बुंदेला सौरभ दुबे लहार सिलटू महते विशाल दुबे सचिन चौधरी अमन सिरसा कमल किशोर शर्मा रमाकांत चौधरी,आलोक परिहार, रवि चौहान,शिवम गोस्वामी, निरंजन दत्त एवं सर्व समाज के लोग उपस्थित रहे…