*धुलकोट। बुरहानपुर*
*संवाददाता दिलीप बामनिया*
*मासूम के हाथ से क़लम छीन कर थमा फावड़ा, ऐसे ही होगा देश का विकास*
धुलकोट क्षेत्र के ग्राम धुलकोट के अंतर्गत आनेवाले ग्राम कोलियाबड़ी में आलबसिंग के खेत के पास में रोजगार गारंटी के अंतर्गत तालाब निर्माण कार्य में नाबालिग बालक व बालिकाओं को कार्य पर लगाया गया है। जिन बच्चों को पढ़ना लिखना चाहिए वहीं बच्चे सर तगाड़ी व हाथों में फावड़ा लेकर विधार्थी से दिहाड़ी मजदूर बन चके है जब मौके पर। प्राईम टिवी के संवाददाता दिलीप बामनिया पहुंचे तब इस बात का खुलासा हुआ इस बारे में कोई जवाबदार जवाब देने को तैयार नहीं हुआ जब वहां के सरपंच व सचिव से इस मामले पर चर्चा की वह सिधे मुह बात तक नहीं करी और अशब्दो का इस्तेमाल करने लगा
सरकार द्वारा निर्धारित नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। यहां नाबालिग बच्चों से मनरेगा योजना के तहत होने वाले काम को कराया जा रहा है। काम करने वाले कई बच्चे प्राथमिक और जुनियर स्कूल के विधार्थी है। इन्हें मजदूरी का भुगतान इनके अभिभावकों के खाते में किया जाता है। जिस उम्र में इनके हाथों में किताबें और पेन होना चाहिये था, उस उम्र में इन बच्चों के हाथों में फावड़ा, कुदाल व मिट्टी से भरे तसले देकर काम कराया जा रहा है। एक तरफ जहां देश के नौनिहालों को शिक्षित करने के लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। वहीं दूसरी तरफ यहां काम कराने के लिए नौनिहालों के भविष्य से खुले आम खिलवाड़ हो रहा है
*धुलकोट से दिलीप बामनिया कि रिपोर्ट*