*झिरनिया। खरगोन*
*संवाददाता दिलीप बामनिया*
*वोट नहीं दिया तो हैंडपंप हटाया , दूसरे फालिया से पानी लाकर पी रहे ग्रामीण*
खरगोन जिले के झिरनिया तहसील आदिवासी बाहुल्य की ग्राम पंचायत बुंदा जो महाराष्ट्र की सीमा से लगी हुई है जहां के ग्रामीण जल संकट से गुजर रहे है जब अति हुई तो उन्होंने उस फालीया की संगीता पति जेमल सिंह अलावे, रूसा बाई पति रूमालसिह, मंजू बाई पति कमल अलावे, समेती बाई पति तार सिंह,
रैना बाई पति जवान सिंह ने बताया कि यह हैंडपंप आपसी द्वेष भावना को लेकर बंद करवाया गया है। जबकि यह चालू है। कैलाश रामसिह
अलावे ने पंचायत चुनाव लड़ा वो हार गया था ।उसको लगा कि इस फालीया वालो ने वोट नही दिया है।उसी बात को लेकर उसने चालू हैंडपंप को बंद कर रखा है,हमे दूसरे फालिया से पानी लाकर पीना पड़ रहा है। उसके कुएं से भी पानी भरने व पीने नही देता है। कमल अलावे, जवानसीह ने बताया कि यह हैंडपंप रोड पर लगा है ग्राम रुंदा ,ग्राम साकड ओर सुलाबेडी के लोगो का इसी मार्ग से आना जाना है लिए यह हैंडपंप उनके लिए अमर्त्तुल्य है।आते जाते वक्त ग्रामीण एवम राहगीर इस हेडपंप से पानी पीते हैं। बंद होने से इस भीषण गर्मी में ग्रामीण एवं राहगीरों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है इसलिए ग्रामीणों ने इस हेडपंप को चालू करने की मांग की है इस संबंध में जब एसडीओ जेके गुप्ता ने कहा कि जल्द ही हैंडपंप को सुधारा जाएगा
*झिरन्या से संवाददाता दिलीप बामनिया कि रिपोर्ट*