बंदूक की नोंक पर रामाकोना के पास चल रहा जुआंफड़
पांढुरना, बैतूल, मुलताई छिंदवाड़ा, सिवनी और महाराष्ट्र से आ रहे खिलाड़ी
बंदूक की नोंक पर रामाकोना के पास चल रहा जुआंफड़
पांढुरना, बैतूल, मुलताई छिंदवाड़ा, सिवनी और महाराष्ट्र से आ रहे खिलाड़ी !
दैनिक प्राईम संदेश
पांढुरना । लंबे समय के इंतजार के बाद छिंदवाड़ा जिलें से कटकर पांढुरना जिला बने ज्यादा समय नहीं हुआ, परंतु पांढुरना को अवैध सट्टे जुए के कारोबार से नाम कमाने में समय ही नहीं लगा । क्योंकि सौसर थाना क्षेत्र अंतर्गत फिल्मी स्टाइल में बंदुक की नोंक बड़ी बड़ी गाड़ियों के कारवां के साथ जुए का फंड संचालित किया जा रहा है । आखिर किसके संरक्षण में रामाकोना से कुछ दूरी पर अमला के करीब जोगनी खापा में लाखों नहीं करोड़ों रुपए के जुए का दाव लगाया जा रहा है ? जिसको बंद आंखों से भी महसूस किया जा सकता है क्योंकि यह पर छिंदवाड़ा, परसिया, जमाई, बैतूल, मुलताई, पांढुरना, सौसर, रमाकोना सहित महाराष्ट्र के अन्य जिलों से भी खिलाड़ियों को गाड़ियों में भरकर लाया जा रहा और रात 9 बजे से लेकर सुबह के 7 बजे तक खेल खिलता जाता है ।
सुरक्षा के साथ पार्किंग की भी है पूरी व्यवस्था !
ग्रामीण क्षेत्र में ऐसी व्यवस्था आपने कही नहीं देखी होगी क्योंकि कई लड़कों को सिर्फ पार्किंग जिम्मेदारी के साथ बाहर से आए खिलाड़ियों को बैठाने की व्यवस्थाएं और देख रेख के लिए रखा गया, क्योंकि प्राईम संदेश के सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि अवैध जुए का कारोबार इतना बड़ा है यह पर की खिलाड़ियों ले जाने और लाने के लिए 30 से 50 गाड़ियों में भरकर लाया जाता है । इन्हीं व्यवस्थाओं से आप अंदाजा लगा सकते की करोड़ों रुपए के जुए का कारोबार यूहीं नहीं संचालित हो रहा है ।
अगले अंक में देखिए ।
प्रजीत, गोलू, शेखर, अबरार, नेमी, कौन है जुआंफड़ का बॉस ?
किसका मिल रहा संरक्षण और कौन संभाल रहा क्या जिम्मेदारी ?
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