News By-नितिन केसरवानी
एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया सनसनीखेज खुलासा
कौशाम्बी: सैनी थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है। यह सिर्फ एक हत्या नहीं थी, बल्कि प्रेम, अवैध संबंध और भावनात्मक छल का ऐसा त्रिकोण था, जिसमें अंत सिर्फ मौत पर जाकर खत्म हुआ। पुलिस ने इस जघन्य अपराध का न सिर्फ खुलासा किया, बल्कि घटना के हर पहलू को इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के ज़रिए जोड़कर सुलझाया। बुधवार को एसपी कौशाम्बी राजेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जब पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश किया, तो पत्रकारों के सामने एक ऐसी सच्चाई सामने आई जो किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं थी।
शुरुआत एक गुमशुदगी से…अंत कुएं में मिली लाश पर
2 अप्रैल को डोडापुर गांव का युवक श्रवण कुमार लापता हुआ। परिजन उसे खोजते रहे लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 9 अप्रैल को भाई गौतम बुद्ध ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। 14 अप्रैल को थाना कड़ा धाम क्षेत्र के गांव सौरई बुजुर्ग के जंगल में एक पुराने कुएं से सड़ी-गली लाश मिलने की सूचना से हड़कंप मच गया। शव की शिनाख्त श्रवण कुमार के रूप में हुई और यहीं से एक गहरी जांच की शुरुआत हुई।
प्रेम में उलझा त्रिकोण—एक प्रेमी, दो बहनें और एक पति
एसपी राजेश कुमार ने बताया कि मृतक श्रवण का प्रेम प्रसंग दो सगी बहनों—कमला और विमला से एक साथ चल रहा था। कमला पहले से विवाहित थी, जबकि विमला की शादी रमेश नामक युवक से हुई थी। हत्या वाली रात श्रवण दोनों बहनों से जंगल में मिलने गया था। तीनों आपत्तिजनक स्थिति में थे तभी विमला का पति रमेश वहां आ गया। गुस्से और अपमान से बौखलाए रमेश ने पहले श्रवण को दबोचा और फिर कमला के साथ मिलकर गला दबाकर हत्या कर दी। बाद में शव को कुएं में फेंक दिया।
शातिर प्लानिंग, सटीक तकनीक से किया पर्दाफाश
एसपी राजेश कुमार ने बताया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सर्विलांस टीम को सक्रिय किया गया। कॉल डिटेल्स, लोकेशन ट्रैकिंग और घटनास्थल के आसपास की इलेक्ट्रॉनिक गतिविधियों के आधार पर दोनों अभियुक्तों की लोकेशन और भूमिका सुनिश्चित की गई। बुधवार को मोचाना मोड़ नेशनल हाईवे से रमेश और कमला को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उन्होंने हत्या स्वीकार कर ली और शव से जुड़े साक्ष्य—आधार कार्ड, मृतक की पैंट और टूटी हुई चूड़ियाँ—बरामद की गईं।
एसपी की सक्रियता और टीमवर्क की मिसाल
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी ने विशेष रूप से थाना सैनी की टीम की सराहना की। उन्होंने कहा कि, “यह अनावरण दिखाता है कि यदि टीम समर्पण और तकनीक के साथ काम करे तो कोई भी अपराधी कानून के शिकंजे से नहीं बच सकता।” गिरफ्तारी में प्रभारी निरीक्षक बृजेश करवरिया, उप निरीक्षक लक्ष्मी सिंह, विकास मिश्रा, कांस्टेबल संदीप जाट और अमित गौतम की भूमिका सराहनीय रही।