सुशोभित झांकियां के साथ संपन्न हुआ रुक्मणी विवाह, कथा श्रवण करने उमडा जन सैलाब।
विवाह गीतों से गूंजायमान हुआ कथा स्थल, जमकर लगे ठुमके।
सीधी/मझौली
साधू (गुप्ता )परिवार द्वारा मां मडफहा देवी मंदिर के ठीक सामने आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के आज छठवें दिन अन्तिम सोपान में सुशोभित झांकियां के साथ रुक्मणी विवाह संपन्न हुआ इस दौरान पूरा कथा स्थल विवाह गीतों से गूंज उठा एवं लोगों ने जमकर ठुमके लगाए।
बताते चलें कि 22 मार्च 2025 दिन शनिवार को कलश शोभा यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हुआ था। कथा के आज छठवें दिन 27 मार्च दिन गुरुवार को महारास लीला, कंस वध, कथा पाठ के साथ अंतिम पड़ाव में रुक्मणी विवाह सुशोभित झांकियां के साथ संपन्न हुआ जहां कथा स्थल एका एक विवाह गीतों से गुंज उठा तथा लोग जमकर ठुमके लगाए। दृश्य को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे सचमुच रुक्मणी विवाह संपन्न हो रहा हो।कथा पाठ का प्रासंगिक वर्णन कथा व्यास पंडित श्री गिरधारी शरण जी महाराज वृंदावन के मुखारविंद से संचरित हो रही है जहां मुख्य कथा श्रोता के रूप में बुद्धसेन स्व.पार्वती गुप्ता, रामाधार सुभद्रा गुप्ता, द्वारिका प्रसाद अन्नपूर्णा गुप्ता, पन्नालाल माधुरी गुप्ता विराजमान हो कथा श्रवण कर कुंड लाभ प्राप्त करते हुए अपने जात – परिवार, नात- रिश्तेदार तथा क्षेत्र के लोगों को कथा श्रवण कर पुण्य लाभ प्राप्त करने का अवसर प्रदान कर रहे हैं।कल 28 मार्च को सुदामा चरित्र, सुखदेव विदाई, पूर्णाहूत एवं हवन पाठ का प्रासंगिक वर्णन तथा 29 मार्च को विशाल भंडारा आयोजित किया जाएगा। आयोजक साधू ( गुप्ता) परिवार मनबोध, मिट्ठूलाल, सन्तोष, रजनीश (बल्लू) कुन्ती लाल, शैलेश, दिनेश, नर्मदा, राजकुमार, प्रदीप, अंबुज आदि के द्वारा क्षेत्रीय जनों से आज अंतिम दिन की कथा श्रवण कर व कल 29 मार्च को आयोजित भंडारे का प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ अर्जित किए जाने की अपील की गई है।