*इंदौर स्वच्छता में नंबर वन पर शहीदों का अपमान करने में भी नहीं पीछे नहीं हट रहा है*
राजेश धाकड़
इंदौर। भारत के वीर स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का नाम सम्मान और बलिदान का प्रतीक है। लेकिन हाल ही में इंदौर में इन महापुरुषों के चित्रों को शौचालयों में लगाए जाने की घटना सामने आई है,
इस कृत्य को शहीदों का घोर अपमान बताया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में देखा जा सकता है कि भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के चित्र ऐसे स्थानों पर लगाए गए हैं, जहां यह कृत्य उनकी महानता के प्रति असम्मान प्रकट करता है,आज़ादी के इन महान नायकों को इस तरह सार्वजनिक शौचालयों में ‘सुशोभित’ करना न केवल अपमानजनक है, बल्कि हमारी ऐतिहासिक विरासत के प्रति उदासीनता भी दर्शाता है।
क्या देश के शहीदों का सम्मान इसी तरह किया जाएगा?
यह घटना केवल इंदौर तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे देश के लिए आत्ममंथन का विषय है। यदि ऐसे महापुरुषों का सम्मान नहीं किया जा सकता, तो आने वाली पीढ़ियों को उनके बलिदान की प्रेरणा कैसे मिलेगी?