– भगवान श्रीराम की भव्य शोभायात्रा की तैयारियां शुरू, नगर होगा भगवामय
– श्रीराम जन्मोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए राष्ट्रीय हिंदू सेना की बैठक संपन्न
– जन्मोत्सव पर श्रीराम और हनुमान जी की प्रतिमाएं रहेंगी आकर्षण का केंद्र
– बैठक में जन्मोत्सव को दिव्य और आकर्षक बनाने का लिया संकल्प
बैतूल। राष्ट्रीय हिंदू सेना द्वारा इस वर्ष भी श्रीराम जन्मोत्सव को ऐतिहासिक, भव्य और आकर्षक बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। इसी क्रम में संगठन के जिला कार्यालय पर एक विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें प्रमुख पदाधिकारियों ने जन्मोत्सव की रूपरेखा तय की। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष दीपक मालवीय, प्रदेश संयोजक पवन मालवीय, प्रांत सह सचिव भीम यादव, विभाग प्रवक्ता अखिलेश वाघमारे, विभाग युवा अध्यक्ष मनीष मालवीय, जिला संयोजक नवीन पटेल, जिला अध्यक्ष अनुज राठौर, जिला युवा महामंत्री अमित यादव, तहसील अध्यक्ष विक्रांत कनाठे और तहसील युवा सह संयोजक लोकेश रावत समेत दर्जनों पदाधिकारी उपस्थित रहे।
जिला संयोजक नवीन पटेल ने बताया कि राष्ट्रीय हिंदू सेना पिछले आठ वर्षों से श्रीराम जन्मोत्सव को भव्य रूप में आयोजित कर रही है। इस बार भी गेंदा चौक से कारगिल चौक तक नगर को भगवामय किया जाएगा और आकर्षक झांकियां सजाई जाएंगी। श्रीरामचंद्र और श्रीहनुमान जी की भव्य प्रतिमाएं शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण रहेंगी।
जिला युवा महामंत्री अमित यादव ने बताया कि बैठक में बीते एक वर्ष के सामाजिक कार्यों की समीक्षा भी की गई और संगठन के सेवा योद्धाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। तहसील अध्यक्ष विक्रांत कनाठे ने कहा कि इस वर्ष संगठन से एक दर्जन से अधिक युवाओं ने जुड़कर हिंदू समाज के लिए कार्य करने का संकल्प लिया है।
तहसील युवा सह संयोजक लोकेश रावत ने बताया कि संगठन ने गौ रक्षा, गरीबों की मदद और धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। गौवंश की रक्षा के लिए 500 बेल्ट बांधे, असहाय परिवारों के अंतिम संस्कार कराए, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई और 245 गौवंश को तस्करों से मुक्त कराया।
प्रदेश अध्यक्ष दीपक मालवीय ने कहा कि यह धार्मिक आयोजन हिंदू समाज की एकता और संस्कृति को सहेजने का संकल्प है। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे जन्मोत्सव को भव्य बनाने के लिए तन-मन-धन से जुटें। बैठक में संगठन के सौ से अधिक पदाधिकारी मौजूद रहे, जिन्होंने श्रीराम जन्मोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए जिम्मेदारियां संभालने का संकल्प लिया।