Breaking news:गरीबों और दिव्यांगों के लोन में फर्जीवाड़ा मामला
तत्कालीन SBI शाखा प्रबंधक मौर्य गिरफ्तार, व्यापारी सहित तीन अन्य फरार
राजू पटेल कसरावद (खरगोन)
एसबीआई शाखा के तत्कालीन प्रबंधक विक्रम सिंह मौर्य को गरीब और दिव्यांग लोगों के नाम पर फर्जी लोन के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, इस मामले में व्यापारी नवीन पटेल और समीर पिता हबीब ,इमरान पिता मेहरबान अभी भी फरार हैं। नवीन पटेल और इमरान पर आरोप है कि उन्होंने आपराधिक षड्यंत्र में भागीदारी कर फर्जी कोटेशन तैयार कर लोन के लिए मुख्य आरोपी आरिफ और विक्रम सिंह मौर्य को सहयोग प्रदान किया।
ग्राम बाड़ी के निवासी सद्दाम पिता ख़ुदाबख्श ने शिकायत दर्ज कराई कि 2016-2017 में मुख्य आरोपी आरिफ पिता अजीम खान और तत्कालीन शाखा प्रबंधक विक्रम सिंह मौर्य ने गरीब और दिव्यांग लोगों को लोन दिलाने का झांसा देकर कागजात पर हस्ताक्षर करवा लिए। इसके बाद लोन की रकम उनके रिश्तेदारों और अन्य खातों में ट्रांसफर कर दी गई।
समीर पिता हबीब ,नवीन पटेल पिता उमराव पटेल , जो पिपलगोन में व्यापारी हैं, और इमरान पिता मेहरबान, जो इस षड्यंत्र में शामिल हैं, तीनो पर आरोप है कि उन्होंने लोन की रकम हड़पने में मुख्य आरोपियों की मदद की। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए सर्च अभियान शुरू कर दिया है।
आरोपियों ने गरीब और दिव्यांग लोगों के खातों को कियोस्क सेंटर के माध्यम से संचालित कर लोन के नाम पर रकम हड़प ली। पीड़ितों को लोन रद्द होने की जानकारी दी गई, जबकि उनके नाम पर ली गई रकम अन्य खातों में भेजी जा चुकी थी।
पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने तत्कालीन शाखा प्रबंधक विक्रम सिंह मौर्य (भोपाल से) और आरिफ को गिरफ्तार किया है। नवीन पटेल और इमरान पिता मेहरबान अब भी फरार हैं। न्यायालय ने अब तक गिरफ्तार आरोपियों की जमानत याचिकाएं खारिज कर दी हैं। समीर पिता हबीब , नवीन पटेल पिता उमराव पटेल की अग्रीम जमानत याचिका को भी न्यायालय द्वारा खारिज कर दिया गया है ।अन्य आरोपियों की भूमिका की जांच जारी है। पीड़ितों को न्यायालय से न्याय की उम्मीदहै।
यहां उल्लेखनीय है कि इस मामले में पीड़ित पक्ष की प्रभावी पैरवी श्री आकाशचंद्र राठौर, अधिवक्ता द्वारा की गई है, जिन्होंने न्यायालय में तर्कों और साक्ष्यों के साथ आरोपीगण का जमानत आवेदन पत्र निरस्त करने की मजबूती से पैरवी की।
कसरावद पुलिस ने इस मामले को अपराध संख्या 0553/2021 के तहत दर्ज किया है। अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
यह मामला कसरावद क्षेत्र में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। गरीब और दिव्यांग लोगों को ठगने वाले आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।