कसरावद नगर में चल रही
श्रीमद देवी भागवत के आठवें दिन शिव पार्वती विवाह में झूमे श्रद्धालु
राजू पटेल कसरावद(खरगोन)
लागी तुझसे लगन मेरे शंकरा,भोलेनाथ ने ऐसा डमरू बजाया कि पूरा कैलाश मग्न हो गया, ऐसे भजनों के साथ नगर में चल रही श्रीमद देवी भागवत कथा का पूरा पांडाल भक्ति गीतों पर झूमने लगा। अवसर था कथा में भगवान शिव एवं माता पार्वती के विवाह का। शुक्रवार को श्रीमद भागवत ज्ञान गंगा समिति के तत्वाधान में आयोजित श्रीमद देवी भागवत के आठवें दिन भगवान शिव एवं माता पार्वती का विवाह प्रसंग हुआ। बालिका जाह्नवी पाटीदार भगवान शिव के रूप में एवं आराधिका मंडलोई को माता पार्वती के रूप में सजा कर भागवत मंच पर लाए। धूमधाम से विवाह संपन्न हुआ। भक्तों ने नाच गाकर भगवान के विवाह का आनंद दिया। कथा के दौरान भगवताचार्य मीरा बेन भट ने कहा कि मां भगवती देवी स्वरूपा की भक्ति का प्रभाव ऐसा होता हे कि व्यक्ति का जीवन बदल जाता हैं। हर नारी देवी स्वरूपा हैं, मां स्वरूपा है।जहा नारी का सम्मान होता हे, वहा देवताओं का वास होता हैं । नारी पूजन एवं सम्मान की हमारी सनातन परम्परा है। समिति के सचिव सुधीर सराफ ने बताया कि शनिवार को नौ दिवसीय श्रीमद देवी भागवत कथा का समापन होगा। इसके साथ ही महाआरती एवं महाप्रसादी का वितरण होगा। समिति सदस्यों ने श्रद्धालुओं से कथा समापन एवं महाप्रसादी ग्रहण करने की अपील की।