लोकेशन धामनोद
*तीन दिवसीय नानी बाई रो मायरा कथा का समापन*
धामनोद ;- नगर के वेंकटेश बालाजी मंदिर परिसर में श्री सांवलिया सेठ के कृपा पात्र बकोरिया परिवार द्वारा दिनांक 18 दिसंबर से 20 दिसंबर तक नानी बाई रो मायरा कथा का आयोजन किया कथा व्यास पर विराजित भागवतआचार्य पूज्य गुरुदेव श्री प्रितेश जी पंडित द्वारा अपनी मधुर वाणी से अमृतमई कथा का अवगाहन किया कथा के प्रथम दिन नगर के श्री राम मंदिर बावड़ी मोहल्ला से शोभायात्रा एवं कलश यात्रा श्री वेंकटेश बालाजी मंदिर धामनोद तक धूमधाम से निकल गई कथा का समय 7:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक का रहा कड़ाके की सर्दी के बावजूद कथा श्रवण करने वाले भक्तों का उत्साह देखते बन रहा था कथा में इतना भक्ति बरस रहा था की परिसर छोटा पड़ रहा था प्रथम दिवस जूनागढ़ के नरसी मेहता का परिचय एवं शिव पार्वती झांकी के दर्शन द्वितीय दिवस महारास प्रसंग एवं राधा कृष्ण की मनोहर झा की के दर्शन हुए प्रति एवं अंतिम दिवस बकोरिया परिवार द्वारा अपने निवास स्थान से बैलगाड़ी में रुक्मणी कृष्ण की झांकी सजाकर कथा स्थल तक पहुंच कर नानी बाई का मायरा करने का मार्मिक दृश्य जब चित्रित हुआ तो हजारों भक्त अपनी आंखों के आंसू नहीं रोक पाए और भक्ति रस में डूब गए ऐसा लग रहा था मानो 600 वर्ष पुराना नगर अंजार एवं सांवलिया सेठ रुक्मणी जी के साथ वहां उपस्थित हो अपने भक्त नरसी मेहता की बेटी नानी बाई का मायरा भर रहे हो नगर में नानी बाई के मायरे का इतना एवं भव्य भक्तिमय आयोजन हुआ जिसकी सर्वत्र प्रशंसा हो रही है कथा के समापन पर बकोरिया परिवार द्वारा व्यास पीठ पर विराजित पंडित प्रीतेश जी का शॉल श्रीफल एवं अभिनंदन पत्र द्वारा अभिनंदन किया गया साथ ही मंच पर विराजित सभी संगीतज्ञों का भी अभिनंदन किया नगर परिषद पुलिस प्रशासन पत्रकार साथियों के साथ वेंकटेश बालाजी मंदिर समिति का एवं उपस्थित सभी भक्तगणों के अलावा सहयोग देने वाले सभी संस्थाओं एवं व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया गया उक्त जानकारी बकोरिया परिवार के योगेश बकोरिया द्वारा दी गई