Breaking News: कलेक्टर ने 21 सुपरवाइजर्स को दिया कारण बताओं नोटिस
जिले की महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक में दिया आदेश
संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई
बैतूल । कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने विगत दिवस हुई महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान आंगनवाड़ी केन्द्रों में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप पूर्ति नहीं पाए जाने पर 21 सुपवाईजरो को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सुपरवाइजरों द्वारा आगामी सात दिवस में संतुष्टि जनक जवाब नहीं दिए जाने पर कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा महिलाओं को प्रथम प्रसव के लिये प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के रूप में तीन किश्तो में राशि 5 हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। गर्भवती महिलाओं के लिये प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना महती योजना है, जिसमें निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप प्रगति न होने पर कलेक्टर श्री सूर्यवंशी द्वारा दोषी सुपरवाईजरों को कारण बताओ नोटिस जारी कर सात दिवस में जवाब मांगा है।
—इन सुपरवाइजरों को दिया नोटिस—
कार्य में लापरवाही पाए जाने के कारण कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने बाल विकास परियोजना भैंसदेही से श्रीमती पार्वती वाडेकर, श्रीमती सुखिया फेन्ड्रे, श्रीमती मनीषा खातरकर, श्रीमती सुनिता कास्दे, श्रीमती सुनिता सैलू, श्रीमती बबीता सावकर एवं परियोजना-आमला से सुश्री रौशनी धुर्वे, श्रीमती देवा बेले, सुश्री वर्षा पवांर, श्रीमती पुष्पा तिवारी एवं परियोजना-मुलताई से श्रीमती सरोज जगदेव, परियोजना- प्रभातपटटन से श्रीमती गीता सोलंकी एवं परियोजना शाहपुर से श्रीमती ज्योति बनवारी, श्रीमती मंजू राजपूत, श्रीमती माधवी धरसर एवं परियोजना घोडाडोंगरी से श्रीमती रधिया अहाके, श्रीमती सरोज चौरे एवं परियोजना-बैतूल ग्रामीण से श्रीमती बबीता वर्मा, सुश्री ज्योति भालेकर एवं परियोजना-बैतूल शहर से सुश्री राखी शानचंदानी श्रीमती गुन्ता उईके को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है। इन सुपरवाईजरों के आगामी सात दिवस में नियंत्रणकर्ता अधिकारी के माध्यम से जवाब प्राप्त न होने/जवाब तुष्टिपरक न होने की दशा में नियमानुसार एक पक्षीय अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी।