*पत्रकार संदीप जड़िया के साथ हुए मारपीट के मामले में प्रकरण पंजीबद हो*
*लाइन अटैच करना कोई किए गए कृत्य का कोई समाधान नहीं है*
रीवा। स्टार समाचार पत्र के फोटोग्राफर संदीप जड़िया के साथ सिविल लाइन थाना प्रभारी कमलेश साहू एवं प्रधान रक्षा के सत्यम तिवारी के द्वारा किए गए अभद्र पूर्ण व्यवहार मारपीट की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है इस मामले को लेकर पत्रकारों ने सिविल लाइन थाना को घेरा किंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई अभी-अभी समाचार पुलिस अधीक्षक कार्यालय से निकलकर बाहर आ रही है कि पुलिस अधीक्षक रीवा विवेक सिंह ने दोषी प्रधान आरक्षक सत्यम तिवारी को पुलिस लाइन अटैच कर दिया है किंतु महादोषी थाना प्रभारी कमलेश साहू को अभी भी पुलिस अधीक्षक बचाव करने की फिराक में जुटे हुए हैं किंतु पुलिस विभाग में मारपीट गाली गलौज एवं अभद्र पूर्ण व्यवहार करने वाले चाहे थाना प्रभारी हो या फिर मातहत पुलिसकर्मी लाइन हाजिर करना कोई पनिशमेंट नहीं है जब तक उनके विरुद्ध आपराधिक मामला नहीं दर्ज होगा और दोषियों के विरुद्ध गिरफ्तारी की कार्यवाही नहीं होती है तो पत्रकारों का धरना प्रदर्शन का सिलसिला जारी रहेगा इस घटना को लेकर इलेक्ट्रॉनिक प्रिंट मीडिया के पत्रकारों में खासा आक्रोश का माहौल निर्मित है समय रहते पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी निर्णय लेकर दोषी थाना प्रभारी कमलेश साहू एवं प्रधान आरक्षक सत्यम तिवारी के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की कार्यवाही शुरू नहीं की जाती है तो पत्रकारों का धरना प्रदर्शन आंदोलन निरंतर जारी रहेगा पत्रकार के साथ हुए मारपीट के मामले को लेकर कल विरोध है पुलिस की इस घिनौना कृत आलोचना की है।