भोपाल
मथुरा और दिल्ली के बीच मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद से यातायात प्रभावित हुआ है। इस रूट की कई ट्रेनें प्रभावित हुई है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से इटारसी होकर कई राज्यों की ओर जाने वाली ट्रेनों पर भी इसका असर पड़ा है। शुक्रवार को भी ट्रेनों की आवाजाही में असर हो सकता है।
मालगाड़ी के डिब्बे बेपटरी होने के बाद दिल्ली-भोपाल रूट की कई ट्रेनें प्रभावित रहीं। मथुरा-दिल्ली के बीच हुए हादसे के चलते गुरुवार को रानी कमलापति से शताब्दी और वंदे भारत एक्सप्रेस दोनों तरफ से रद्द कर दी गईं। वहीं जबलपुर गोंडवाना, सचखंड, झेलम, जीटी एक्सप्रेस डायवर्टेड रूट से गंतव्य तक पहुंची। वहीं छत्तीसगढ, केरला, कोल्हापुर, मंगला और समता एक्सप्रेस के साथ ही पंजाब मेल कई घंटे देरी से चलीं।
ओएचई लाइन टूटी
बिलासपुर-कटनी रेलखंड में शहडोल के पास घुनघुटीमुदरिया स्टेशन के पास गुरुवार की दरमियानी रात ओवर हेड इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट (ओएचई) टूटने से रेल यातायात ठप रहा। 6 घंटे की मशक्कत के बाद ट्रेनें रवाना की गईं। घटन पर संदेह में जांच कराई जा रही है।
आज शुरू हो सकती है पहली लाइन
खबर आ रही है कि शुक्रवार को पहली लाइन शुरू कर दी जाएगी। वहीं काम अपनी गति से चलता रहा तो दूसरी लाइन को भी शुरू किया जा सकता है। गुरुवार देर रात तक आगरा-दिल्ली रूट पर चौथी लाइन से धीरे-धीरे ट्रेनों का आवाजाही शुरू की गई है, लेकिन मालगाड़ी में लदा कोयला ट्रैक पर दूर-दूर तक फैला है, जिसे हटाने में काफी वक्त लग सकता है।
हादसे के बाद ये ट्रेनें हुईं प्रभावित
दिल्ली-खजुराहो वंदे भारत, नई दिल्ली-रानी कमलापति शताब्दी, नई दिल्ली-झांसी, नई दिल्ली-कोटा एक्सप्रेस, 4496 पलवल-आगरा मेमू, 12059/12060 कोटा-नई दिल्ली-कोटा एक्सप्रेस निरस्त रहीं।
ये मुख्य ट्रेनें परिवर्तित मार्ग से चलाई गईं
12652 निजममुद्दीन-मदुरई, 12138 फिरोजपुर -छत्रपति शिवाजी एक्सप्रेस, 12264 निजामुद्दीन-पुणे, 12618 निजाममुद्दीन-एर्णाकुलम, 12650 निजामुद्दीन-यशवंतपुर एक्सप्रेस, 18478 योग नगरी ऋषिकेश-पुरी एक्सप्रेस, 11450 श्री माता वैष्णो धाम कटड़ा-जबलपुर, 12550 जम्मू तवी-दुर्ग,12616 नई दिल्ली-चेन्नई, 12908 निजामुद्दीन-बांद्रा, 12926 अमृतसर-मुंबई सेंट्रल, 12952 नई दिल्ली-मुंबई सेंट्रल, 22182 निजामुद्दीन-जबलपुर समेत कई ट्रेन परिवर्तित रूट से चली।
आज भी निरस्त-डायवर्ट रहेंगी कई ट्रेन
आगरा में ट्रेनें 6 से 8 घंटे तक देरी से पहुंची। इस कारण यात्रियों का हाल बेहाल हो गया। आगरा कैंट स्टेशन पर यात्रियों को जानकारी लेने में भी समस्या का सामना करना पड़ा। निरस्त ट्रेनों में भोपाल शताब्दी, भोपाल वंदेभारत, गतिमान एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेन भी शामिल रहीं। इससे दिक्कत ज्यादा हुई। यात्रियों ने अपने यात्रा को ट्रेन से कैंसल भी किया। शुक्रवार को भी दो दर्ज से अधिक ट्रेनों को निरस्त व डायवर्ट करने की घोषणा की है।
यात्रियों की सुविधा के लिए आगरा कैंट स्टेशन पर हेल्प डेस्क बनाई गई थी। हादसे के बाद से ही यात्री स्टेशन पर ट्रेनों के आने का इंतजार कर रहे थे। मगर, उन्हें कोई जानकारी नहीं मिल पा रही थी। रात से इंतजार कर रहे लोगाें को सुबह भी ट्रेन आसानी से नहीं मिल सकी। कई ट्रेनों के लिए दोपहर तक का इंतजार करना पड़ा।
यात्री अनिकेत राय के अनुसार पूछताछ काउंटर पर उन्हें बताया कि 4 नंबर प्लेटफार्म पर ट्रेन मिल जाएगी। मगर, वो ट्रेन भी आगे नहीं जा रही थी। इस पर उन्होंने रेलवे के हेल्पलाइन नंबर 1072 पर काॅल किया। काॅल रिसीव करने वाले ने कहा कि समस्या है। बस से आगे जा सकते हैं, जबकि टिकट पर टीटी ने लिखकर दिया था कि दूसरी ट्रेन में बैठ सकते हैं।
मिट्टी में मिल गया करीब 1820 टन कोयला
मालगाड़ी के डिब्बे पलटने से उसमे लदा लगभग 1820 टन कोयला मिट्टी में मिल गया है। ये कोयला छत्तीसगढ़ बिलासपुर रेल खंड के सूरजपुर रोड से मालगाड़ी में लोड हुआ था। इसकी डिलीवरी सूरतगढ़ थर्मल पावर प्लांट राजस्थान में की जानी थी। कोयले की अनुमानित कीमत करीब पचास लाख रुपये आंकी जा रही है।